अमेरिका और आयरलैंड (America and Ireland) की ओर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में प्रतिबंधित देशों को मानवीय मदद (humanitarian aid) वाले प्रस्ताव से भारत ने दूरी बनाई थी। जिसके बाद अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) की एक ट्वीट जरिए जमकर प्रशंसा की है।
जानकारी के लिए बता दें कि भारत ने पाकिस्तान का हवाला देकर बैठक से किनारा किया था और कहा था कि उसके पड़ोसी देश के आतंकवादी संगठनों को इस प्रस्ताव से फंड इकट्ठा करने और अपनी नई फौज तैयार करने में मदद मिल सकती है।
बता दें कि भारत ने अमेरिका और आयरलैंड द्वारा मानवीय प्रयासों को छूट देने वाले प्रतिबंधों को बनाने के लिए पेश किए गए प्रस्ताव पर यह कहकर असहमति जताई थी कि उसके पड़ोस सहित दुनिया भर में ब्लैक लिस्टेड आतंकवादी समूहों को इससे काफी मदद मिल सकती है। वे धन इकट्ठा कर सकते हैं। जिसका वे हथियारों, गोला-बारूद और अपनी नई फौज तैयार करने में मदद कर सकते हैं।
भारत, वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता कर रहा था लेकिन, फिर भी परिषद की बैठक में भारत को छोड़कर अन्य सभी 14 सदस्यों ने उपस्थित होकर प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। बैठक से किनारा करते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि हमारी चिंताएं आतंकवादी समूहों के इस तरह के मानवतावादी प्रयासों का पूरा फायदा उठाने से है। यह 1267 सहित प्रतिबंधित व्यवस्थाओं का मखौल उड़ाने जैसा है।
भारत के रुख पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शशि थरूर ने कहा कि वह देश के उन आपत्तियों से पूरी तरह सहमत हैं, जिसके कारण भारत ने मतदान में भाग नहीं लिया। थरूर ने एक ट्वीट में कहा, “प्रस्ताव के पीछे की मानवीय चिंताओं को समझते हुए मैं भारत की उन आपत्तियों से पूरी तरह सहमत हूं, जिसने इसके बहिष्कार को प्रेरित किया।” शाबाश, एस जयशंकर।”