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रामसनेहीघाट पुलिस न्यायालय के स्थगन आदेश की उड़ रही है धज्जियां

रिपोर्ट : सूरज सिंह रामसनेही घाट बाराबंकी : पुश्तैनी भूमि पर स्थगन आदेश के बावजूद भी रात के अंधेरे में धड़ल्ले से चल रहा निर्माण कार्य,वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल “मनमानी”

बाराबंकी जिले की रामसनेहीघाट पुलिस न्यायालय के स्थगन आदेश को मानने को तैयार नही! न्यायालय का निर्णय सर्वोपरि एवम् सर्वमान्य होता है परंतु इसके विपरीत रामसनेहीघाट थाना क्षेत्र अंतर्गत गाजीपुर के ग्राम पूरे भीटी में न्यायालय के स्थगन आदेश के बावजूद भी कुछ मनबढ़ लोगो के द्वारा निर्माण कार्य धड़ल्ले से जारी है।जिसकी शिकायत 80 वर्षीय वृद्ध सुखराज सिंह ने पुलिस अधीक्षक बाराबंकी से कर न्याय की गुहार लगाई है।

पीड़ित का आरोप है कि गांव निवासी देवबख्श सिंह,अजय बहादुर सिंह,विवेक सिंह व महाराजबख्श सिंह आदि विपक्षीजनों द्वारा उनकी पुश्तैनी भूमि पर जबरन अवैध तरीके मनमाने ढंग से निर्माण कार्य कर रहे है। जबकि उक्त भूमि पर न्यायालय द्वारा स्थगन आदेश पारित है जो कि 26 जुलाई 2022 तक प्रभावी है लेकिन जबरन मनमाने ढंग से निर्माण कार्य रात्रि के अंधेरे में भी जारी रहता है,जिसकी वीडियो क्लिप साक्ष्य के रूप में उपलब्ध है। स्थानीय पुलिस की कार्यशैली पर तरह तरह के सवाल खड़े कर रही है।

वही जब इस संबंध में रामसनेहीघाट प्रभारी निरीक्षक विनोद बाबू मिश्र से बात की गई तो बताया कि मामला संज्ञान में है जिस भूमि पर निर्माण कार्य चल रहा है उस भूमि पर सुखराज सिंह का स्टे नहीं है।अब सवाल यह उठता है कि क्या दीवानी न्यायालय द्वारा पारित स्थगन आदेश जो कि एक न्यायालय कमीशन द्वारा रिपोर्ट संबंधित न्यायालय में दी जाती है क्या उसमें पुलिस निर्णय ले सकती है?