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सेना को मिलेगा उड़ता साथी, ऐसा है CATS वॉरियर; बिन पायलट पूरा होगा मिशन

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (Hindustan Aeronautics Limited) ने एक खास ड्रोन (Drone) तैयार किया है, जिसका नाम है CATS वॉरियर है, यह बिना पायलट वाला लड़ाकू विमान (Fighter Aircraft) है. सूत्रों के मुताबिक, यह जल्द अपने पहले लो-स्पीड टैक्सी ट्रायल के लिए तैयार है. CATS वॉरियर को ऐसे बनाया गया है कि यह फाइटर जेट्स के साथ मिलकर दुश्मन पर हमला कर सके. यह हवा में पायलट वाले विमान का भरोसेमंद साथी यानी लॉयल विंगमैन होगा. यह ड्रोन खुद ही दुश्मन की जानकारी जुटाने, निगरानी रखने और स्ट्राइक मिशन करने में सक्षम होगा.

इस ड्रोन को पहली बार इस साल एयरो इंडिया 2025 (Aero India) में दिखाया गया था. उम्मीद है कि यह 2025 के आखिर तक अपनी पहली उड़ान भी भर लेगा. इस प्रोजेक्ट में HAL के साथ न्यूस्पेस रिसर्च एंड टेक्नोलॉजीज ( NewSpace Research and Technologies) भी काम कर रही है. दुनिया के बड़े देश जैसे अमेरिका, चीन और रूस भी ऐसे ही ड्रोन बना रहे हैं. अब भारत भी इस तकनीक से अपनी वायुसेना को और ताकतवर बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है.

यह मानव रहित लड़ाकू ड्रोन है, इसमें पायलट नहीं बैठता, यह रिमोट से या खुद ही मिशन को पूरा कर सकता है. लॉयल विंगमैन को फाइटर जेट के साथ उड़ाया जाएगा, ताकि यह पायलट वाले विमान को सपोर्ट कर सके, जैसे दुश्मन के रडार को चकमा देना या पहले से हमला करना. स्वार्म टेक्नोलॉजी जिसमें एक साथ कई ऐसे ड्रोन झुंड में उड़ सकते हैं, और दुश्मन के सिस्टम को भटका सकते हैं. यह जासूसी (ISR), निगरानी और सटीक बमबारी, दोनों कर सकता है. इसका स्टील्थ डिजाइन है, जिससे कि यह दुश्मन के रडार पर जल्दी पकड़ा नहीं जाएगा. शुरुआती जानकारी के मुताबिक, इसकी ऑपरेशन रेंज करीब 700800 किलोमीटर तक हो सकती है, हालांकि फाइनल आंकड़े ट्रायल के बाद तय होंगे, क्योंकि इसकी रेंज को और बढ़ाया जाएगा.

इसे एयरबेस से लॉन्च कर सकते हैं, और यह दुश्मन के इलाके में अंदर तक जाकर मिशन पूरा कर सकता है. यह किस मिसाइल या बम से लैस होगा, इसी बात पर इसकी रेंज निर्भर करेगी. CATS Warrior 100 से 150 पाउंड तक के बम या इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर (EW) पॉड को ढोने में सक्षम है. इसका मतलब है कि ये न सिर्फ दुश्मन के रडार सिस्टम को जाम कर सकता है, बल्कि जरूरत पड़ने पर सटीक निशाना साधते हुए बमबारी भी कर सकता है.

इस ड्रोन में इंटरनल वेपन बे होगा, जिसमें स्मार्ट एंटी-एयरफील्ड वेपन ( SAAW ) और नेक्स्ट जनरेशन क्लोज कॉम्बैट मिसाइल (NGCCM) जैसे हथियार फिट होंगे. इसका मतलब है कि ये हवा में रडार से बचते हुए अंदर छिपे हथियारों से दुश्मन पर अटैक करेगा. इसमें लाइट वेट स्मार्ट बम और स्टैंड-ऑफ मिसाइलें लगाई जाएंगी. जो कि 100200 किलोमीटर दूर से भी टारगेट को मारने में सक्षम हैं. फाइटर जेट से दूर रहते हुए यह ड्रोन दुश्मन के टारगेट को बिना नजदीक गए तबाह कर सकता है. CATS वॉरियर को भारत के तेजस LCA और सुखोई Su-30 MKI जैसे आधुनिक लड़ाकू विमानों के साथ जोड़कर संचालित किया जाएगा. यह तकनीक पायलट की जान को खतरे में डाले बिना, दुश्मन के ठिकानों पर सटीक और गहरे हमले करने की क्षमता प्रदान करेगी. इसे भारत का उड़ता साथी कहा जा रहा है.