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वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा द्वारा स्टेट पब्लिक प्रोक्युरमेंट पोर्टल की शुरुआत

चंडीगढ़, बोलीकारों के साथ निष्पक्ष और समान व्यवहार यकीनी बनाने और प्रोक्युरमेंट प्रणाली में कुशलता और पारदर्शिता यकीनी बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुये पंजाब के वित्त मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा की तरफ से आज स्टेट पब्लिक प्रोक्युरमेंट पोर्टल (एस. पी. पी. पी) की शुरुआत की गई। यह पोर्टल पंजाब के वित्त विभाग ने नेशनल इनफोरमैटिकस सैंटर (एन. आई. सी.) के सहयोग के साथ तैयार किया है।


यहाँ म्युंसिपल भवन में स्टेट अकाउँट सर्विसिज़ (एस. ए. एस.) अधिकारियों के लिए करवाए गए एक दिवसीय ओरिएंटेशन प्रोग्राम के दौरान पोर्टल की शुरुआत करते हुये वित्त मंत्री स. हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि पंजाब ट्रांसपरेसी इन पब्लिक प्रोक्युरमेंट एक्ट, 2019 की धारा 43 के अंतर्गत स्टेट पब्लिक प्रोक्युरमेंट पोर्टल स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस पोर्टल का मुख्य मंतव्य प्रोक्युरमेंट प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही लाना है।

उन्होंने कहा कि यह पोर्टल बुनियादी टैंडर विवरणों (मौजूदा एक्टिव टैंडर, ओपनिंग/ कलोजि़ंग टैंडर और रद्द किये टैंडर), बोली सम्बन्धित दस्तावेज़, एक्टिव कोरीजैंडम, एक्ट और नियम, अपील और इसकी प्रक्रियाएं, सालाना प्रोक्युरमेंट योजनाएँ, उन बोलीकारों की सूची जिन्होंने पूर्व-योग्यता या बोलीकार रजिस्ट्रेशन के दौरान बोली पेश की, प्री-क्वालीफाईड और रजिस्टर्ड बोलीकारों की सूची, कारणों समेत सेक्शन 24 के अधीन बाहर रखे गए बोलीकारों की सूची, एक्ट की धारा 49 और 50 के अधीन लाजि़मी अपीलों के बारे फ़ैसले, सफल बोलियों के विवरण; उनकी कीमतों और बोलीकार और काली सूची में शामिल बोलीकारों के बारे जानकारी प्रदान करेगा।
पोर्टल के बारे और जानकारी सांझा करते हुये वित्त मंत्री ने कहा कि एस. पी. पी. पी प्रोक्युरमेंट प्रक्रिया में मुकाबले को उत्साहित करने में भी मदद करेगा। उन्होंने कहा कि प्रोक्युरमेंट करने वाली हरेक इकाई इस पोर्टल पर प्रोक्युरमेंट सम्बन्धी जानकारी प्रकाशित करना यकीनी बनाऐगी। उन्होंने कहा कि इसके साथ-साथ प्रोक्युरमेंट करने वाली सभी इकाईयाँ हर वित्तीय साल की शुरुआत में पोर्टल पर अपनी प्रोक्युरमेंट योजनाएँ भी प्रकाशित करेंगी।

ओरिएंटेशन प्रोग्राम में हिस्सा लेने वाले एस. ए. एस अधिकारियों को संबोधन करते हुये वित्त मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार वित्तीय सुधारों और तकनीकी खोजों को अपना कर राज्य की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रोग्रामों के द्वारा अपने पेशेवर हुनर को अपडेट करते रहने और अपनी पेशेवर योग्यता को बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि एस. ए. एस. के अधिकारियों के लिए एक प्रशिक्षण नीति विचाराधीन है जिससे नवीनतम आई. टी. और अन्य तकनीकों और प्रोफेशनल ज़रूरतों अनुसार उनकी वित्तीय प्रबंधन की कुशलता में सुधार किया जा सके। इस मौके पर उन्होंने अधिकारियों को अपने सुझाव और ज़मीनी स्तर पर पेश आ रही मुश्किलों के बारे जानकारी सांझा करने का भी न्योता दिया।

इस मौके पर करवाया गया ओरिएंटेशन प्रोग्राम एस. ए. एस अधिकारियों को आई. एफ. एम. एस और आई. एच. आर. एम. एस के नये माड्यूलों के बारे अवगत करवाने पर केंद्रित था, जो सरकारी कामकाज में और ज्यादा पारदर्शिता, जवाबदेही और गति लाने के लिए तैयार किये गए हैं। इस दौरान अधिकारियों को बिना किसी दबाव के आगे झुक कर अपनी ड्यूटी नियमों अनुसार निभाने के लिए कहा गया और यह संदेश भी दिया गया कि कामकाज में किसी भी तरह की लापरवाही को गंभीरता से लिया जायेगा।
इस मौके पर दूसरों के इलावा प्रमुख सचिव वित्त श्री अजोए कुमार सिन्हा, सचिव वित्त श्री दीपरवा लाकरा, सचिव व्यय कम डायरैक्टर खज़़ाना जनाब मुहम्मद तैय्यब, विशेष सचिव वित्त श्री यशनजीत सिंह और अतिरिक्त  डायरैक्टर खज़़ाना श्रीमती सिमरजीत कौर भी उपस्थित थे।