समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर पार्टी के सभी विधायक बुधवार से विधानसभा के सामने स्थित चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर धरना प्रदर्शन करने वाले थे. इससे पहले ही पुलिस प्रशासन एक्शन में आ गई. पुलिस ने समाजवादी पार्टी के दफ्तर, विधायकों के आवास के बाहर भी भारी संख्या में पुलिस और पीएसी तैनात किया है. अखिलेश यादव और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के आवास पर भी पुलिस का पहरा है.
नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि ‘हम शांति पूर्वक विधान भवन में जाकर धरना देना चाह रहे हैं. पुलिस ने हमको बताया कि आपको हाउस अरेस्ट किया गया है. रात 3:00 बजे से ही यहां पुलिस खड़ी की गई है. लोकल चौकी इंचार्ज ने बताया कि हाउस अरेस्ट हैं और कहीं नहीं जा सकते.’ इसी तरह कई अन्य विधायकों और एमएलसी के घरों के बाहर भी पुलिस का सख्त पहरा है.
19 सितंबर से विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो रहा है. जिसे लेकर समाजवादी पार्टी ने रणनीति के तहत तमाम मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए 14 सितम्बर से लेकर 19 सितम्बर तक धरना प्रदर्शन का ऐलान किया था. लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए सभी को नजरबन्द कर दिया. जिसके बाद अखिलेश यादव ने अपने सभी विधायकों को साढ़े 10 बजे तक पार्टी पहुंचने का निर्देश दिया, जहां से वह पैदल मार्च निकालने वाले थे. लेकिन इस बीच पुलिस ने सभी जगह पहरा लगा दिया है.
पुलिस ने दिया हाईकोर्ट का हवाला
उधर जॉइंट सीपी लॉ एंड आर्डर पीयूष मोंगिया ने कहा कि समाजवादी पार्टी की तरफ से आज से चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास धरना प्रदर्शन की बात कही गई थी. हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक हमने सभी से कहा है कि वे ईको गार्डन में जाकर धरना प्रदर्शन कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट का आदेश है कि धरने प्रदर्शन की वजह से ट्रैफिक बाधित न हो और आम जनता को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए. इसी के अनुपालन में पार्टी से कहा गया है कि वे ईको गार्डन में चले जाएं.