हाइलाइट्स
- एमपी के मुरैना जिले में चेहरा ढकने के लिए नहीं चलेगा गमछा
- कलेक्टर का आदेश, गमछा नहीं, मास्क है जरूरी
- पीएम मोदी ने कहा था कि गमछा चलेगा
- कलेक्टर प्रियंका दास के आदेश से असमंजस में पड़े मुरैना के लोग
मुरैना
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए पीएम मोदी ने लोगों को गमछा यूज करने की सलाह भी दी थी। खुद वह मीटिंग में गमछा यूज करते हैं। उसके बाद कई राज्यों में यह कहा गया था कि आप चेहरे को कवर कर ही घर से निकलें। लेकिन एमपी के मुरैना में पीएम मोदी का गमछा नहीं चलेगा। कलेक्टर प्रियंका दास ने आदेश जारी किया है कि यहां मास्क लगाना जरूरी है।
मुरैना कलेक्टर प्रियंका दास ने कहा है कि कोरोना महामारी से बचने के लिए शासकीय अधिकारी, कर्मचारी और आमजन गमछा नहीं बल्कि मास्क लगाएं। सभी के लिए मास्क लगाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसलिए कलेक्ट्रेट परिसर में मास्क क्रय करने के लिए नगर निगम के द्वारा स्टॉल लगाई गई है। इस स्टॉल पर मात्र 10 रुपये में मास्क उपलब्ध रहेगा।
कलेक्टर प्रियंका दास ने कहा है कि बिना मास्क के किसी भी शासकीय कार्यालयों में न पहुंचें। कलेक्टर ने मुरैना के लोगों से अपील की है कि अपनी सुरक्षा का ख्याल रखते हुए, मास्क का उपयोग अवश्य करें, बिना मास्क के घर से नहीं निकलें।
असमंजस में लोग
वहीं, कलेक्टर के आदेश के बाद जिले के लोग असमंजस में हैं। जिले के लोग घर से निकलने से पहले सोच रहे हैं कि गमछा लगाएं कि मास्क लें। क्योंकि अभी तक यहीं था कि घर से बिना चेहरा ढके हुए बाहर नहीं निकलें। हालांकि इसे लेकर मध्यप्रदेश की सरकार की तरफ से कोई आदेश नहीं आया है। लेकिन कलेक्टर के आदेश से यह तो साफ है कि यहां पीएम मोदी वाला गमछा नहीं चलेगा।