थाईलैंड की राजधानी बैकांक में स्थित एक मंदिर इन दिनों लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. यहां होने वाले एक अनुष्ठान में भाग लेने वाले लोग फूलों का एक गुलदस्ता लेकर ताबूत में लेट जाते हैं, जिसे फिर एक चादर से कवर कर दिया जाता है. Wat Bangna Nai temple नाम के इस मंदिर में रोजाना 100 से ज्यादा लोग इस उम्मीद में अनुष्ठान में शामिल हो रहे हैं कि उनकी किस्मत बदल सके.
कोरोना महामारी के दौरान जिंदगी की कठिनाइयों ने कुछ लोगों के लिए इस अनुष्ठान को खास बना दिया है. इस अनुष्ठान में शामिल लोगों को फूलों, मोमबत्ती और कपड़ों के लिए लगभग 3.30 डॉलर (लगभग 240 रुपये) खर्च करने पड़ते हैं. यहां आए लोग ताबूत में लेटते हैं. इस दौरान उनका सिर पश्चिम की तरफ रहता है. लेकिन बाद में पुर्नजन्म का ध्यान रखते हुए सिर की दिशा बदल दी जाती है.
इस खास अनुष्ठान को संपन्न कराने वाले मोंक कहते हैं, ‘जब कुछ लोगों ने इस अनुष्ठान की ऑनलाइन आलोचना की तो उन्होंने पाया कि मृत्यु के बारे में सोचना भी बेहद जरूरी है. असल में यह लोगों को याद दिलाता है कि एक दिन वह इस दुनिया को हमेशा के लिए छोड़कर चले जाएंगे. ऐसे हमें यह विशेष ध्यान रखना चाहिए कि हम किस तरह से अपनी जिंदगी जी रहे हैं.
थाईलैंड के मंदिर के इस अनूठे अनुष्ठान में शामिल होने वाले एक शख्स ने कहा कि, ‘मुझे यह मानना होगा कि इन दिनों मैं काफी तनाव में हूं क्योंकि महामारी के कारण मेरी आय कम हो गई है. लेकिन अब मुझे यकीन है कि यहां हर कोई ऐसा महसूस कर रहा होगा. अब मुझे लग रहा है कि मेरा पुनर्जन्म हुआ है और मैं एक नया इंसान बनकर लोगो की जिंदगी में लौटूंगा.’