किसान आंदोलन के बीच सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में जवाब दे रहे हैं. इस दौरान पीएम मोदी कई मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं. बता दें, ऊपरी सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर सदन में 15 घंटे बहस चली और सत्र के दौरान सत्ता व विपक्ष के बीच कृषि कानूनों को लेकर जमकर बहस भी देखने को मिली. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को संसद में सरकार की तरफ से पक्ष रखा था और अब धन्यवाद प्रस्ताव पर पीएम मोदी ने बोलते हुए कहा कि, MSP था, MSP हैं, MSP रहेगा इसलिए अब आंदोलन खत्म कीजिए. अपने संबोधन में पीएम मोदी ने किसानों को भरोसा दिलाया कि मंडियों को मजबूत किया जा रहा है और किसानों की आय बढ़ाने के लिए दूसरे उपायों पर जोर दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि, अगर अब देर कर देंगे तो किसानों को हम अंधकार की तरफ धकेल देंगे, भरोसा करिए, जिन 80 करोड़ लोगों को सस्ते में राशन मिलता था उन्हें अब भी मिलता रहेगा.
आंदोलनजीवी से बचकर रहें
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि कुछ बुद्धिजीवी होते हैं लेकिन कुछ समय से मैं देख रहा हूं कि कुछ लोग आंदोलनजीवी हो गए हैं. देश में कुछ भी हो वो वहां पहुंच जाते हैं. कभी पर्दे के पीछे तो कभी फ्रंट पर. ऐसे लोगों को पहचानना होगा और इनसे बचकर रहना होगा. ये लोग खुद आंदोलन नहीं चला सकते. ये आंदोलनजीवी ही परजीवी हैं जो हर जगह पर मिलेंगे. इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि हम संशोधन के लिए भी तैयार हैं. लेकिन आंदोलन खत्म करिए.
गालियों को मेरे खाते में जाने दो
पीएम मोदी ने आंदोलन कर रहे किसानों से अपील करते हुए कहा कि हमें आगे बढ़ना होगा और गालियों को मेरे खाते में जाने दो लेकिन सुधार तो होने दो. पीएम मोदी ने कहा कि इस समय आंदोलन में बुजुर्ग लोग बैठे हैं उन्हें घर जाना चाहिए. आंदोलन खत्म करिए और चर्चा करिए. पीएम ने कहा कि लगातार किसानों के साथ बात की जा रही है. लेकिन कुछ लोग हैं जो देश को अस्थिर करना चाहते हैं. ऐसे में जरूरी है कि हमारा सतर्क रहना.
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने विपक्ष की भी जमकर घेरा और कहा कि सदन में आंदोलन पर चर्चा हुई लेकिन संशोधन पर नहीं. इसी के साथ उन्होंने कहा कि, पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार समेत कई कांग्रेस नेताओं ने कृषि सुधारों में बदलाव की बात कही है और शरद पवार ने अब भी सुधारों का विरोध नहीं किया. पीएम ने विपक्ष पर यू-टर्न का आरोप लगाते हुए कहा कि राजनीति हावी है इसलिए यू-टर्न ले लिया. फिलहाल ये देखना होगा कि पीएम मोदी नरेंद्र के संबोधन के बाद किसान क्या फैसला लेते हैं. क्योंकि किसानों की कई बार बातचीत हो चुकी है लेकिन अब तक कोई हल नहीं निकला. मगर अब MSP पर खुद पीएम मोदी ने खुलकर बोल दिया है कि ये खत्म नहीं होगा. ऐसे में देखना होगा कि, किसान नेता क्या फैसला लेते हैं.