दुनियाभर के आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगार बन चुका पाकिस्तान भारत के खिलाफ शैतानी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान लगातार अपने आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराने की ताक में जुटा हुआ है। भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवने का कहना है कि करीब 300 से 400 पाकिस्तानी आतंकवादी नियंत्रण रेखा के पार लॉन्चपैड में भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ का इंतजार में हैं। हालांकि भारतीय अग्रिम चौकी पर तैनात सेना के जवानों उनकी हर गतिविधि पर नजर है। साथ ही उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा पर तैनात जवान पाकिस्तान के संघर्ष विराम उल्लंघन का करारा जवाब दे रहे हैं।
दिल्ली में सेना दिवस समारोह के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान जनरल नरवने ने कहा कि एलओसी पर पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन में लगभग 44 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। उन्होंने कहा कि पिछले साल 28 दिसंबर तक पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन की 4,700 घटनाओं को अंजाम दिया, जो पिछले 17 वर्षों में सबसे ज्यादा है।
साथ ही सेना प्रमुख जनरल मनोज मुंकुंद नरवने ने कहा है कि देश में हथियारों और गोला-बारूद की तस्करी के लिए पाकिस्तान ड्रोन और सुरंगों का इस्तेमाल कर रहा है। एलओसी पर, हमारे बल पाकिस्तान की गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। घुसपैठ रोधी ग्रिड को मजबूत किया गया है, जिससे पाकिस्तान के लिए आतंकवादियों को भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ कराना लगभग असंभव हो गया है। उन्होंने कि आतंकवाद रोधी ग्रिड के मजबूत होने से जम्मू और कश्मीर घाटी में आतंकी गतिविधियों में कमी आई है।
सेना प्रमुख ने कहा कि पिछले साल आतंकवाद-रोधी अभियानों में लगभग 200 आतंकवादी मारे गए। पूर्वोत्तर राज्यों की स्थिति के बारे में बात करते हुए जनरल नरवने ने कहा कि पिछले एक साल में लगभग 600 उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया और भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए।