ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार को हुई दुखद ट्रेन दुर्घटना पर एलआईसी ऑफ इंडिया ने गहरा दुख व्यक्त किया है। एलआईसी प्रभावित लोगों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है और वित्तीय राहत प्रदान करने के लिए दावे निपटान में तेजी लाएगा। एलआईसी के अध्यक्ष सिद्धार्थ मोहंती ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि हमारी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं।
सिद्धार्थ मोहंती ने एलआईसी पॉलिसी और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के दावेदारों की कठिनाइयों को कम करने के लिए कई रियायतों की घोषणा की। पंजीकृत मृत्यु प्रमाण पत्र के बदले में, रेलवे अधिकारियों, पुलिस या किसी राज्य या केंद्र सरकार के प्राधिकरणों द्वारा प्रकाशित हताहतों की सूची को मृत्यु के प्रमाण के रूप में स्वीकार किया जाएगा।
दावा संबंधित प्रश्नों का उत्तर देने और दावेदारों को सहायता प्रदान करने के लिए मंडल और शाखा स्तर पर विशेष हेल्प डेस्क स्थापित किए गए है। यह सुनिश्चित किया गया है के दावेदारों तक पहुंचने के सभी प्रयास किए जाएंगे और प्रभावित परिवारों के दावों का तेजी से निपटारा किया जाए।
आगे की सहायता के लिए दावेदार निकटतम शाखा / मंडल / ग्राहक क्षेत्र से संपर्क कर सकते हैं। दावेदार हमारे कॉल सेंटर – 022 68276827 पर भी कॉल कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए कृपया संपर्क करें: कार्यकारी निदेशक (सीसी) एलआईसी ऑफ इंडिया, केंद्रीय कार्यालय, मुंबई।
इसके साथ ही एलआईसी ने लोगों की मदद के लिए ईमेल आईडी: [email protected] जारी की है। गौरतलब है कि ओडिशा के मुख्य सचिव पी के जेना ने रविवार को दुर्घटना में 275 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की। उन्होंने स्पष्ट किया कि एक शव की दो बार गिनती और गिनती के दौरान कुछ अन्य गलतियों के कारण शनिवार को मृतकों की संख्या 288 हो गई थी।
जेना ने कहा कि अब तक 275 शवों में से 88 की पहचान की जा चुकी है। मुख्य सचिव ने कहा कि 170 शवों को पहचान के लिए भुवनेश्वर लाया गया और बाद में मृतकों के परिजनों और रिश्तेदारों को सौंप दिया गया जबकि 17 और शवों को लाने की प्रक्रिया जारी है।