नरमे की फसल पर कीटों के हमले के संबंध में जमीनी स्तर पर स्थिति जानने के लिए पंजाब के कृषि और किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने आज मानसा जिले के कुछ गांवों का दौरा कर कपास के खेतों की स्थिति का निरीक्षण किया।
खुड्डियां ने आम आदमी पार्टी, पंजाब के कार्यकारी अध्यक्ष और बुढलाडा से विधायक प्रिंसिपल बुधराम, सरदूलगढ़ से विधायक गुरप्रीत सिंह बनावाली और विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस जिले के गांव रामनगर भट्ठल, झुनीर और ख्याली चहिलांवाली में कपास के खेतों का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग की टीमों द्वारा हाल ही में मानसा जिले में 198 स्थानों पर सर्वेक्षण किया गया है और अब तक गुलाबी सुंडी का कोई भी हॉटस्पॉट सामने नहीं आया है। सफेद मक्खी के नुकसान के संबंध में इकनॉमिक थ्रेशहोल्ड स्तर (ई.टी.एल.) से ऊपर के केवल तीन स्थान पाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि कपास की फसल को कीटों के हमले से बचाने के लिए इसके निरंतर निरीक्षण के लिए संयुक्त निदेशक रैंक के दो अधिकारियों की निगरानी में 128 सर्वेक्षण टीमों का गठन किया गया है। इन टीमों द्वारा मुक्तसर, फाजिल्का, फरीदकोट, मोगा, बठिंडा, मानसा, बरनाला और संगरूर जिलों में कपास की फसल का सर्वेक्षण किया जा रहा है।
कृषि मंत्री ने आगे बताया कि बठिंडा जिले में 52 टीमों द्वारा 274 खेतों का सर्वेक्षण किया गया, जबकि फाजिल्का जिले में 15 पेस्ट सर्विलेंस टीमों द्वारा 126 खेतों का सर्वेक्षण किया गया और श्री मुक्तसर साहिब जिले में 27 सर्विलेंस टीमों द्वारा 163 खेतों और मानसा जिले में 13 टीमों द्वारा 198 खेतों में सर्वेक्षण किया गया। उन्होंने कहा कि इन टीमों द्वारा पूरे ध्यान से लगातार सर्वेक्षण किया जा रहा है और आवश्यकता पड़ने पर किसानों को पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पी.ए.यू.) द्वारा अनुशंसित कीटनाशकों के उपयोग की सलाह दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि कपास पट्टी के किसानों को फसल की पैदावार बढ़ाने और सफेद मक्खी के हमले को रोकने के लिए फसल की सिंचाई के लिए लगातार सलाह दी जा रही है।
खुड्डियां ने बताया कि संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे कपास के खेतों का नियमित निरीक्षण करें और जहां भी आवश्यकता हो, अपनी उपस्थिति में अनुशंसित कीटनाशकों के उपयोग को सुनिश्चित करें।