सीमा पर घुसपैठ (Border intrusion) रोकने के लिए चलाए गए सुरक्षा बलों (Security forces) के ऑपरेशन बजरंग (Operation Bajrang) के तहत उड़ी सेक्टर में दो आतंकी (Two terrorists) मार गिराए गए। एक का शव बरामद कर लिया गया है, दूसरे की तलाश जारी है। दोनों आतंकी शनिवार को घुसपैठ का प्रयास कर रहे थे। सेना की चिनार कोर (Chinar Corps of Army) ने सोशल मीडिया पर बताया कि खुफिया जानकारी मिलने के बाद सेना ने उड़ी सेक्टर में ऑपरेशन बजरंग शुरू किया था।
सीमा पर संदिग्ध हरकत नजर आने पर सुरक्षाबलों ने घुसपैठियों को ललकारा। इसके बाद दूसरी ओर से फायरिंग शुरू हो गई। जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी मारे गए। क्षेत्र में अभियान जारी है। फिलहाल मारे गए आतंकियों के बारे में अभी कोई जानकारी सामने नहीं है। सुरक्षाबल आतंकी की पहचान में जुटे हुए हैं। इससे पहले बीते बुधवार 21 जून को बालामुला में मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया था। ये दोनों तश्कर-ए-ताइबा से जुड़े थे।
कश्मीर में फिर आतंकवाद को जिंदा करने की साजिश रच रहा पाकिस्तान
पड़ोसी मुल्क पाकिस्तानी उत्तरी कश्मीर में फिर से आतंकवाद को सक्रिय करने की साजिश रच रहा है। इस क्षेत्र में 2005 से 2015 तक आतंक फैला था। हालांकि 2019 में जम्मू-कश्मीर पुलिस की एक मुहिम के तहत बारामुला जिले को आतंकी मुक्त घोषित किया गया था। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, पाकिस्तानी मूल के विदेशी आतंकियों की संख्या अभी स्थानीय आतंकियों से ज्यादा है, लेकिन इनका सफाया किया जा रहा है।
अमरनाथ यात्रा को लेकर अर्धसैनिक बलों की 24 अतिरिक्त कंपनियां होंगी तैनात
अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू-कश्मीर में अर्धसैनिक बलों की तैनाती शुरू कर दी गई है। जम्मू जिले को इस बार अर्धसैनिक बलों की 24 अतिरिक्त कंपनियां मिली हैं, जोकि पिछले वर्ष की तुलना में पांच से छह अधिक हैं। पहली बार अमरनाथ यात्रा के रूट, यात्रियों के रुकने के स्थलों, लंगरों और अन्य जगहों पर तैनाती के अलावा अर्धसैनिक बल उन जगहों पर भी तैनात किए जा रहे हैं, जहां पर किसी अप्रिय घटना होने की आशंका है।
कहां-कहां तैनाती
जम्मू में अर्धसैनिक बलों की 10 कंपनियां पहुंच चुकी हैं, जिन्हें पुरानी मंडी, राम मंदिर, पीरखो मंदिर, भगवती नगर आधार शिविर में तैनात किया गया है। इसके अलावा पुरमंडल मोड़ से लेकर झज्जर कोटली तक पूरे हाईवे पर जवान भेजे गए हैं। इसमें कुंजवानी, गंग्याल, सिद्दड़ा, नगरोटा का इलाका शामिल है। अगले कुछ दिन में अन्य कंपनियां भी पहुंच जाएंगी। इन अतिरिक्त कंपनियों के अलावा जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान भी लगाए जाएंगे। इन जगहों के अलावा पुलिस ने आरएस पुरा, सुचेतगढ़, अखनूर, परगवाल, ज्यौड़ियां, खौड़, अरनिया, अब्दुल्लियां, मीरां साहिब क्षेत्र में कुछ ऐसे स्थान चिह्नित किए हैं, जिन्हें आतंकी निशाना बना सकते हैं। इन जगहों पर अर्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं। इनमें आईटीबीपी, एसएसबी, सीआईएसएफ की कंपनियां शामिल हैं।
पूरे जम्मू जिले में 15 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए जा रहे
कुल मिलाकर पूरे जम्मू जिले में अर्धसैनिक बलों और पुलिस को मिलाकर करीब 15 हजार सुरक्षाकर्मी अलग-अलग जगह पर तैनात किए जा रहे हैं। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 20 फीसदी अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए जा रहे हैं। एसएसपी जम्मू विनोद कुमार का कहना है कि यात्रा की सुरक्षा के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की जा रही है। कुछ संवेदनशील इलाके चिह्नित किए गए हैं, जहां पर विशेष सुरक्षा होगी।