हिमाचल प्रदेश बारी बारिश से तबाही मच गई है। भारी बारिश के चलते पंजाब और हिमाचल को जोड़ने वाला रेलवे का चक्की पुल (ब्रिज) बह गया है। उफनती चक्की नदी में एतिहासिक पुल ताश के पत्तों की तरह समा गया है।
बता दें कि कांगड़ा में चक्की रेलवे पुल के असुरक्षित हो जाने के कारण रेल सेवाएं अगस्त के पहले हफ्ते ही रोक दी गई थीं। भारी बारिश के चलते जगह-जगह लैंडस्लाइड यानी भूस्खलन हो रहा है, जिससे सड़क यातायात प्रभावित है।
हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून की बारिश ने खूब तबाही मचाई है। पिछले 24 घंटे से भी प्रदेश में मूसलाधार बारिश हो रही है, जिससे लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। कांगड़ा में चक्की रेलवे पुल ढह गया। चंबा में भूस्खलन होने से लोग लापता हो गए हैं। मंडी में मलबे के नीचे दबने से कई मकान और गाड़ियां नष्ट हो गईं। सड़कों पर पार्क वाहनों पर बड़े-बड़े पत्थर गिरे। ब्यास नदी की सहायक सुकेती नदी उफान पर है। बांध खतरे के निशान से ऊपर तक भर गए हैं। प्रदेशभर में नदी-नाले उफान पर हैं। आशियाना छिन जाने से लोग सड़कों पर हैं। मंडी और चंबा में लोगों की जान जाने की भी सूचना है।