बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने 13 दिसंबर को आयोजित होने वाली परीक्षा के अभ्यर्थियों को आगाह किया कि जालसाज परीक्षा की शुचिता को प्रभावित करने के लिए अफवाह फैला सकते हैं या विभिन्न तरीकों से उन्हें फर्जी उत्तर पुस्तिकाएं बेचने का प्रयास कर सकते हैं।
‘साइबर जालसाजों की अफवाह और धोखाधड़ी वाले कॉल का शिकार न बनें’
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगी परीक्षा समूह ए और बी पदों पर भर्ती के लिए आयोजित की जाएगी। राज्य के 945 केंद्रों पर लगभग पांच लाख अभ्यर्थियों के परीक्षा में शामिल होने की उम्मीद है। ईओयू ने सोमवार को एक परामर्श जारी कर कहा, ‘‘जनता को सलाह दी जाती है कि वे साइबर जालसाजों की अफवाह और धोखाधड़ी वाले कॉल का शिकार न बनें जो उन्हें 13 दिसंबर को होने वाली बीपीएससी परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं उपलब्ध कराने का लालच देते हैं। ऐसी आशंका है कि असामाजिक तत्व सोशल मीडिया मंच पर अफवाहें फैला कर परीक्षा की शुचिता को भंग करने की कोशिश कर सकते हैं।” बयान में कहा गया कि लोगों को ऐसे किसी भी मामले की सूचना तुरंत पुलिस को देनी चाहिए। इसमें कहा गया, ‘‘हम लोगों को सलाह देते हैं कि वे ऐसी धोखाधड़ी का शिकार न बनें। ऐसी गतिविधियों में शामिल पाए जाने वालों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे, उन पर कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है।”
13 दिसंबर को ही होगी 70वीं प्रारंभिक परीक्षा
इस बीच, बीपीएससी के अध्यक्ष परमार रवि मनुभाई ने सोमवार को कहा कि 70वीं प्रारंभिक परीक्षा 13 दिसंबर को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित की जाएगी। उन्होंने सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही उन अफवाहों का खंडन किया जिसमें कहा जा रहा है कि परीक्षा के नियमों में कथित बदलाव के खिलाफ विरोध के चलते आयोग परीक्षा को स्थगित कर सकता है। बीपीएससी अध्यक्ष ने एक वीडियो बयान में कहा, ‘‘बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा 13 दिसंबर को ‘एक पाली, एक पेपर’ प्रारूप में आयोजित की जाएगी। परीक्षा के लिए 4.83 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है और परीक्षा के लिए 3.75 लाख अभ्यर्थियों ने प्रवेशपत्र भी डाउनलोड कर लिए हैं।” बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के नियमों में कथित बदलाव के खिलाफ शुक्रवार को पटना में अभ्यर्थियों ने धरना दिया था और परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाने की मांग भी की थी। बीपीएससी पहले ही परीक्षा प्रक्रिया में किसी भी बदलाव से इनकार कर चुका है। आयोग ने परीक्षा तिथि आगे बढ़ाने की प्रदर्शनकारियों की मांग को भी खारिज कर दिया।