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उभरते खिलाड़ी करेंगे मुख्यमंत्री भगवंत मान का सपना साकार, पंजाब बनेगा अग्रणी राज्य

चंडीगढ़, हैदराबाद में जवाला गुट्टा बैडमिंटन अकैडमी में एक महीने की ट्रेनिंग हासिल करने के बाद पंजाब लौटे खिलाडिय़ों के चेहरों पर उत्साह और रौनक देखने वाली थी। बातचीत में आठ वर्षों के युवान बांसल, 10 वर्षों की कामिल सबरवाल, 13 वर्षों के शीवान ढींगरा और 14 वर्षों की आरुशी मेहता आत्म विश्वास से भरे थे। नयी उम्र के इन खिलाडिय़ों का निशाना अब पुलेला गोपीचन्द, सायना नेहवाल, पी. वी. सिंधु, जवाला गुट्टा, लक्ष्य सेन की तरह बैडमिंटन की दुनिया में शिखर पर पहुँचना है।


ऐसा आत्म-विश्वास सभी 34 खिलाडिय़ों में देखने को मिला जब वह अपनी ट्रेनिंग के तजुर्बे खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर के साथ सांझे कर रहे थे। पंजाब भवन चंडीगढ़ का चौगिर्दा इन उभरते खिलाडिय़ों के जोश और उत्साह से भरा हुआ था। मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से पंजाब को खेल में देश का नंबर एक राज्य बनाने का सपना यह खिलाड़ी अब अपनी लगन और मेहनत के साथ पूरा करेंगे। पंजाब के खेल विभाग की तरफ से अपने खर्च किए पर हैदराबाद ट्रेनिंग के लिए भेजे 34 खिलाड़ी एक महीने के दौरान द्रोणाचार्य ऐवार्डी और पूर्व भारतीय बैडमिंटन कोच एस. एम. आरिफ से सीखे गुणों और तकनीकों से अपने रोज़मर्रा के अभ्यास के दौरान सीध लेते रहेंगे। भारतीय बैडमिंटन स्टार जवाला गुट्टा की तरफ से कैंप के दौरान खिलाडिय़ों के साथ की मुलाकात के बाद हर खिलाड़ी में उस जैसा बनने की दृढ़ता पैदा हुई।
खेल मंत्री मीत हेयर के साथ मुलाकात के दौरान खिलाडिय़ों ने एक महीने के दौरान हुए तजुर्बे भी सांझे किये। कोर्ट में खेलने की नयी तकनीकों और स्टरैचिंग की विधि खिलाडिय़ों को सबसे अधिक पसंद आई। मीत हेयर ने खिलाडिय़ों को विश्वास दिलाया कि राज्य सरकार पंजाब के खिलाडिय़ों को खेल के अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुँचाने के लिए हर संभव यत्न किये जा रहे हैं और नयी खेल नीति राज्य की खेल और खिलाडिय़ों को नयी दिशा देगी। इस मौके पर खिलाडिय़ों ने पंजाब के मीत हेयर को सम्मान चिह्न भी भेंट किया जो जवाला गेंदा अकैडमी की तरफ से खेल मंत्री के लिए विशेष तौर पर भेजा गया था।

खेल विभाग के डायरैक्टर हरप्रीत सिंह सूदन ने बताया कि 8 साल से 15 साल तक उम्र वर्ग के कुल 34 बैडमिंटन खिलाडिय़ों ने हैदराबाद में एक महीना ट्रेनिंग हासिल की। इनमें 18 लड़कियाँ और 16 लडक़े थे। इन खिलाडिय़ों के साथ वरुण कुमार और सहनाज़ ख़ान कोच भी गए थे। कैंप की समाप्ति पर पंजाब के खिलाडिय़ों की तरफ से पेश की भंगड़े की पेशकारी ने जवाला गुट्टा अकैडमियों के सभी खिलाडिय़ों का मन मोह लिया।