ईद उल अजहा (Eid-ul-Adha 2023) यानी बकरीद (Bakrid) का त्योहार 29 जून को मनाया जाएगा। लखनऊ की मरकजी चांद कमेटी (Markji Chand Committee) और शिया चांद कमेटी (Shia Chand Committee) ने सोमवार को इस्लामी कैलेंडर के आखिरी महीने जिलहिज्ज का चांद होने का ऐलान किया। 20 जून यानी आज जिलहिज्ज महीने का पहला दिन है। जिलहिज्ज माह की दसवीं तारीख को बकरीद मनाई जाती है। इस लिहाज से इस साल गुरुवार 29 जून को कुर्बानी का पर्व मनाया जाएगा।
मरकजी चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली (Maulana Khalid Rasheed Farangi Mahli) ने सोमवार को इस्लामिक माह जिलहिज्ज का चांद (The moon of the Islamic month of Zilhijj) होने का एलान करते हुए कहा कि ईद उल अजहा का त्योहार 29 जून को मनाया जाएगा। शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास (Maulana Saif Abbas) ने भी जिलहिज्ज का चांद होने का एलान किया। देश के अन्य शहरों से भी लोगों ने चांद की तस्दीक की है।
त्योहार की तैयारियों में जुटे लोग
इस्लाम धर्म में बकरीद का खास महत्व है। इसे कुर्बानी का त्योहार भी कहा जाता है। बकरीद से लेकर तीन दिन तक लोग मनपसंद जानवरों की कुर्बानी देते हैं। यानी 29, 30 जून और एक जुलाई को कुर्बानी दी जाएगी। बकरीद के मौके पर ही सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का में हज भी अदा किया जाता है, जिसमें दुनिया भर से हजारों लोग शामिल होते हैं। उधर, सोमवार को चांद की तस्दीक होते ही मुस्लिम समुदाय के लोग त्योहार की तैयारियों में जुट गए।