कार्तिक मास की अमावस्या के बाद कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली का पावन पर्व मनाया जाता है मान्यता है कि इस दिन देवता दिवाली मनाने के लिए भूलोक पर आते हैं. देव दीपावली के दिन नदी तीर्थ पर दीपदान का बहुत महत्व है. यही कारण है कि लोग वाराणसी में गंगा तट पर पहुंचकर पुण्य की कामना लिए दीया जलाते हैं. मान्यता है कि देव दीपावली के दिन गंगा स्नान और दीपदान करने से सुख-समृद्धि के साथ लंबी आयु का आशीर्वाद प्राप्त होता है. आइए जानते हैं देव दीपावली पर किन उपायों को करने से आर्थिक दिक्कतें दूर और मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
- देव दीपावली वाले दिन गंगा स्नान, दीपदान एवं दान का बहुत महत्व है. ऐसे में यदि संभव हो तो गंगा स्नान अथवा किसी पवित्र नदी पर जाकर स्नान करें और उसके बाद पूरी श्रद्धा एवं भक्ति भाव से अपने आराध्य देवी-देवता का ध्यान करते हुए पूजा एवं दीपदान करें.
- कार्तिक मास के समय जब दीपावली मनाई जाती है तब भगवान विष्णु योगनिद्रा में होते हैं ऐसे में उस समय माता लक्ष्मी की पूजा उनके दत्तक पुत्र माने जाने वाले भगवान गणेश के साथ होती है. इसके बाद जब भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं तो सभी देवी-देवता देव दीपावली के दिन माता लक्ष्मी के साथ भगवान श्री विष्णु की विशेष साधना-आराधना करते हैं. भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की साधना-आराधना यह बहुत ही शुभ दिन होता है. ऐसे में देव दीपावली के दिन स्नान-ध्यान के बाद भगवान सत्य नारायण की कथा का श्रवण या पाठ अवश्य करना चाहिए.
- देव दीपावली के दिन भगवान शालिग्राम और तुलसी माता की पूजा करने का बहुत पुण्य फल मिलता है. मान्यता है कि देव दीपावली के दिन इन माता तुलसी और शालिग्राम भगवान की पूजा करने से शादी-विवाह में आ रही सभी बाधाएं दूर होती हैं और साधक को शीघ्र ही सुयोग्य जीवनसाथी प्राप्त होता है.
- देव दीपावली के दिन मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी का विशेष रूप से पूजन करें और उन्हें 11 हल्दी लगी कौड़ियां चढ़ाएं. इसके बाद अगले दिन इन पूजित कौड़ियों को मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मानकर अपने धन वाले स्थान पर रखें. इस उपाय को करने से आपके घर में पूरे साल धन-धान्य का भंडार भरा रहेगा.
- देव दीपावली के दिन अपने घर में आम के पत्तों का तोरण बनाकर अपने घर के मुख्य द्वार पर लगाएं और पूरे घर में गंगा जल हल्दी का पानी छिड़कें. इस उपाय को करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होगी और सुख-सौभाग्य में वृद्धि होगी.