सरकार ने वित्त वर्ष 2021-22 के आम बजट में रक्षा क्षेत्र में मामूली बढोतरी करते हुए कुल चार लाख 78 हजार 195. 62 करोड़ रूपये का आंवटन किया है जबकि पिछले वर्ष यह राशि चार लाख 71 हजार 378 करोड़ रूपये थी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को संसद में बजट पेश करते हुए कहा कि रक्षा क्षेत्र के लिए कुल 4 लाख 78 हजार 195. 62 करोड़ रूपये का आवंटन किया गया है। इसमें से तीन लाख 37 हजार 961.49 करोड़ रूपये राजस्व के लिए तथा एक लाख 40 हजार 234.13 करोड़ रूपये पूंजीगत व्यय के लिए आवंटित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि रक्षा बजट का एक लाख 15 हजार 850 करोड़ रूपये का हिस्सा पेंशन के लिए होगा। कुल बजट में करीब सात हजार करोड़ रुपए की मामूली बढ़ोतरी की गई है। यदि पेंशन के लिए आवंटित राशि को हटा दिया जाए ताे रक्षा क्षेत्र के लिए बजट केवल तीन लाख 63 हजार करोड़ रुपए के आसपास बचता है। चीन के साथ पिछले दस महीने से भी अधिक समय से चले आ रहे गतिरोध को देखते हुए यह माना जा रहा था कि रक्षा क्षेत्र के लिए बजट में अच्छा खासा प्रावधान किया जाएगा लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए इसे अधिक नहीं बढा़या गया है। इससे रक्षा खरीद और सेनाओं के आधुनिकीकरण पर असर पड़ने की संभावना है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर बताया कि इस दफा डिफेंस बजट चार लाख 78 हजार करोड़ का है जिसमें एक लाख 35 हजार करोड़ रुपए कैपिटल व्यय के तौर पर शामिल है, इसके लिए वो प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को धन्यवाद देते हैं। वरिष्ठ भाजपा नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश किए गए आम बजट की सराहना करते हुए कहा कि यह ‘आत्मनिर्भर भारत’’ के लिए है और इससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। उन्होंने बजट को एतिहासिक बताया।