अरशद वारसी (Arshad Warsi) बॉलीवुड के चहेते और बेहतरीन टैलेंटेड अभिनेता हैं. अरशद की कॉमिक टाइमिंग उनके टैलेंट को और भी बढ़ा देती है. गजब बात ये हैं कि उन्होंने अपने हर किरदार से लोगों का मनोरंजन किया और दिल जीता है. फिल्म इंडस्ट्री पर वह बीते दो दशक से राज कर रहे हैं. आज उनके पास लग्जरी गाड़ी, बंगला और करोड़ों की प्रॉपर्टी है. आपको ये जानकर यकीन करना मुश्किल होगा कि कभी अरशद एक छोटे घर में रहा करते थे और घर जाकर लिपस्टिक-बिंदी बेचा करते थे.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उन्हें फर्श से अर्श तक पहुंचाने में ‘बच्चन फैमिली’ का काफी योगदान रहा है. साल 1968 को महाराष्ट्र के एक मुस्लिम परिवार में जन्मे अरशद के बचपन में ही उनके पिता का निधन हो गया था. जब वह 14 साल के हुए तो उनकी मां भी हमेशा के लिए उनका साथ छोड़ कर चली गईं. वह कच्ची उम्र में ही अनाथ हो गए. माता-पिता के निधन के बाद उनका परिवार बिखर गया. आलम तो ये रहा कि इस जब उनके पैरेंट्स का निधन हुआ तो उनके किरायेदारों ने उनके दोनों घरों को हड़प लिया और उन्हें घर से बाहर कर दिया.
आर्थिक तंगी की वजह से अरशद वारसी को 10वीं के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी. घर से बेदखल होने के बाद वह और उनके भाई एक कमरे के फ्लैट में रहने लगे. किसी तरह उनका जीवन बसर हुआ करता था. एक बार अपने जीवन के बारे में अरशद ने एक इंटरव्यू में बताया था कि कई दिनों तक वे भूखे रहते थे क्योंकि खाने के लिए पैसे नहीं थे. घर की आर्थिक हालत खराब होने के कारण अरशद वारसी बतौर सेल्स मैन एक कॉस्मेटिक कंपनी में जॉब करना शुरू कर दिया. तब वह 17 साल के थे. सेल्स मैन बनकर वह घर-घर जाकर लिपस्टिक, नेल पॉलिश और चूड़ी-बिंदी बेचने लगे.
जया बच्चन की वजह से बदली किस्मत
कहा जाता है कि कॉस्मेटिक कंपनी में काम करने के बाद उन्होंने फोटो लैब में भी काम किया और फिर कुछ समय बाद अकबर सामी के डांस ग्रुप में शामिल हो गए. 1993 में उन्हें ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ के टाइटल ट्रैक को कोरियोग्राफ करने का मौका मिला. इसके अलावा उन्होंने महेश भट्ट के साथ साल 1987 में ‘ठिकाना’ और ‘काश’ जैसी फिल्मों में असिस्टेंट के तौर पर भी काम किया. इसी दौरान जया बच्चन (Jaya Bachchan) की नजर उन पर पड़ी और वहां से धीरे-धीरे उनकी किस्मत ने करवट बदली. अरशद वारसी ने 1996 में लीड एक्टर के तौर पर फिल्म ‘तेरे मेरे सपने’ से अपने करियर की शुरुआत की. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही थी लेकिन कम ही लोग जानते होंगे कि जया बच्चन ने यह फिल्म अरशद वारसी को ऑफर की थी. यह फिल्म अमिताभ बच्चन के प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले बनी थी.
‘सर्किट’ के नाम से हुए फेमस
आज बॉलीवुड में अरशद वारसी ‘सर्किट’ के नाम से फेमस हैं. उन्होंने बॉलीवुड की कई फिल्मों में काम किया, लेकिन उन्हें असली पहचान 2003 में आई फिल्म ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’ और 2006 में ‘लगे रहो मुन्ना भाई’ से मिली. इन दोनों ही फिल्मों में अरशद वारसी ने सर्किट का किरदार निभाया और सबका दिल जीत लिया. इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला था. इसके बाद अरशद वारसी को 2013 में आई फिल्म ‘जॉली एलएलबी’ से भी खूब तारीफें मिलीं. ‘गोलमाल’ ‘इश्किया’ और ‘डेढ़ इश्किया’ फिल्मों में उनके द्वारा निभाई गई भूमिका को क्रिटिक्स और दर्शकों ने खूब सराहा.
अरशद वारसी टोटल प्रॉपर्टी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अरशद वारसी की कुल संपत्ति 15 मिलियन डॉलर यानी 111 करोड़ रुपए हैं. उनकी सालाना इनकम 10 करोड़ से अधिक हैं और एक महीने में करीब एक करोड़ है. बता दें कि अरशद को लग्जरी कारों और स्पोर्ट्स बाइक्स के काफी शौकिन हैं. ऐसे में उनके पास ऑडी क्यू7 और वोक्सवैगन बीटल हैं. इसके अलावा उनके पास बाइक्स में हार्ले डेविडसन और डुकाटी मॉन्स्टर 797 के डार्क एडिशन हैं. अरशद मुंबई में एक शानदार आलिशान घर में अपनी वाइफ मारिया और बच्चों के साथ रहते हैं.