BBC डॉक्यूमेंट्री विवाद (BBC documentary controversy) के बीच शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) का बयान (Statement) आया है. पीएम ने चेताया कि किसी न किसी बहाने से देश में लोगों के बीच अलगाव पैदा करने और दरार करने के प्रयास किए जा रहे हैं. लेकिन ये प्रयास सफल नहीं होंगे. दिल्ली के करियप्पा मैदान में राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) की एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि एकता का मंत्र ही भारत के लिए श्रेष्ठता हासिल करने का एकमात्र तरीका है.
प्रधानमंत्री ने देश को विभाजित करने के प्रयासों के प्रति सावधान रहने का आग्रह किया. पीएम ने कहा, “देश को तोड़ने के बहाने ढूंढे जाते हैं. भांति, भांति की बातें निकालकर, मां भारती की संतानों के बीच दूध में दरार करने के प्रयास किए जा रहे हैं.’’
उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयासों के बावजूद भारत के लोगों के बीच कभी दरार पैदा नहीं होगी. पीएम ने कहा, “इस तरह के प्रयासों के बावजूद, भारत के लोगों के बीच कभी मतभेद नहीं होंगे. मां के दूध में कभी दरार नहीं हो सकती.’’
एकता का मंत्र ही परम उपाय
प्रधानमंत्री ने कहा, एकता का मंत्र ही परम उपाय है और भारत के श्रेष्ठता हासिल करने का यही एकमात्र तरीका है. पीएम की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब 2002 के गुजरात दंगों पर बीबीसी के एक डॉक्यूमेंट्री को लेकर लगातार विवाद चल रहा है. हालांकि, इस डॉक्यूमेंट्री को भारत में बैन कर दिया गया है, बावजूद कई यूनिवर्सिटी में इसे देखा जा रहा है.
युवाओं की वजह से पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के युवाओं की वजह से पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है. मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने डिजिटल, स्टार्ट-अप शुरू किया जिससे युवाओं को लाभ मिल रहा है. उन्होंने गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने वाले एनसीसी कैडेटों को संबोधित करते हुए कहा कि यह भारत के युवाओं के लिए नए अवसरों का समय है. स्पष्ट है कि अब भारत का समय आ गया है.
देश की प्राथमिकता युवा लोग
मोदी ने गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने वाले एनसीसी कैडेटों की सराहना की और कहा कि देश की प्राथमिकता हमेशा ऊर्जा और उत्साह से भरे युवा लोग होंगे. उन्होंने कहा कि युवाओं के पास बहुत अवसर हैं. उन्होंने रक्षा क्षेत्र में सुधार पर कहा कि पहले आयात की जाने वाली असॉल्ट राइफलें अब देश के भीतर निर्मित की जा रही हैं. महिलाओं पर मोदी ने कहा कि महिलाओं को नौसेना में नाविकों के रूप में भर्ती किया गया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय कैडेट कोर में भी पिछले एक दशक में महिलाओं की भागीदारी में लगातार वृद्धि देखी गई है.