मुरादाबाद (Moradabad) में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के पूर्व जिला अध्यक्ष मोहम्मद रुवेद (Mohammad Ruved) और उनकी पत्नी ने घर में संपत्ति विवाद से परेशान होकर धर्म परिवर्तन (Religion change) कर हिंदू बनने की धमकी दी और कहा कि उन्हें योगी जी पर पूरा भरोसा है. उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के गुंडे उन्हें परेशान कर रहे हैं. रुवेद ने एसएसपी को एक प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है.
मुरादाबाद के कटघर थाना क्षेत्र में रहने वाले AIMIM के पूर्व जिलाध्यक्ष मोहम्मद रुवेद और उनकी पत्नी समीना परवीन ने अपने परिवार के लोगों से परेशान होकर और कहीं से न्याय नहीं मिलने पर हिंदू धर्म अपनाने की बात कही है.
यही बातें उन्होंने प्रार्थना पत्र के माध्यम से मुरादाबाद के एसएसपी से भी कही है. AIMIM के पूर्व जिलाध्यक्ष रुवेद का आरोप है कि उसकी बहनें और जीजा उन्हें परेशान कर रहे हैं और मकान से निकालना चाहते हैं. उस मकान की कीमत लगभग 1 करोड़ रुपये है. इसी वजह से उनकी बहनें और उनके जीजा मकान पर कब्जा करने की नीयत से उन लोगों पर कई केस भी कर चुके हैं
रुवेद ने कहा कि परिवार के लोगों की शिकायत पर पुलिस उन्हें परेशान करती है लेकिन किसी थाने में उनकी सुनवाई नहीं होती क्योंकि शिकायत करने वाला उनका जीजा वकील है और वो पुलिस पर दबाव बनाता है.
हर तरफ से निराश होकर रुवेद और उनकी पत्नी समीना परवीन ने मुरादाबाद के एसएसपी को एक प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है. इसके साथ ही उन्होंने मुस्लिम से हिंदू धर्म अपनाने की भी धमकी दी है. रुवेद ने कहा कि उन्हें परेशान करने वाले समाजवादी पार्टी के गुंडे हैं और उनके खुद के पिता भी समाजवादी मानसिकता के हैं. उन्हें मुख्यमंत्री योगी पर पूरा भरोसा है.
मोहम्मद रुवेद की पत्नी समीना परवीन ने कहा कि इस परेशानी को लेकर शहर के सभी मुस्लिम समुदाय के बड़े-बड़े लोगों से मिल चुके हैं लेकिन किसी ने उनकी मदद नहीं की. ऐसे में धर्म बदलकर हिंदू बनना चाहते हैं और यही गुहार एसएसपी से की है.
वहीं इसे लेकर रुवेद के पिता साबिर हुसैन का कहना है कि वो कोई भी धर्म अपनाये मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता मगर मेरा पीछा छोड़ दें.
उन्होंने कहा, ‘इसने मुझे बहुत परेशान कर रखा है. मेरी मर्जी है मैं मकान किसी को भी दूं. मेरी तीन बेटियां हैं, एक बेटा है. पूरे मोहल्ले में पूछ लो ये कभी कोई काम नहीं करता पूरे दिन घर में सोता है. ओवैसी की पार्टी से दो बार पार्षद का चुनाव लड़वा चुका हूं लेकिन दोनों बार हार गया.’