सात अजूबों (Seven wonders) में शामिल यूपी की धरोहर यानी ताजमहल (Taj Mahal) यूं तो दुनिया भर में मोहब्बत की निशानी के लिए प्रसिद्ध है। इसे देखने के लिए देश ही नहीं दुनिया भर से लोग आते हैं और ताज का दीदार करते हैं। लेकिन पिछले दो सालों से ताज के दीदार में फीकापन नजर आने लगा है। यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। हालांकि विदेशी पर्यटकों (Foreign tourists) की संख्या बढ़ी है। वहीं दूसरी ओर अयोध्या (Ayodhya) में पर्यटकों और श्रद्धालुओं (Tourists and devotees) की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के बाद से तो यहां आने वाले श्रद्धालु और पर्यटकों की संख्या में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या के मामले में कभी पीछे रहने वाली अयोध्या नंबर एक पर पहुंच गई है। पर्यटकों की संख्या में मामले में अयोध्या ने वाराणसी ओर मथुरा को भी पीछे छोड़ दिया है। इसमें भारतीय पर्यटक ही नहीं विदेश से आने वाले पर्यटक भी शामिल हैं।
एआई वरिष्ठ संरक्षण सहायक प्रिंस बाजपेई ने बताया कि कोरोना काल के बाद से लगातार आगरा में पर्यटकों की संख्या में गिरावट हो रही है लेकिन राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के बाद से यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में जबरदस्त कमी देखने को मिली है। पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक भारतीय सैलानियों की संख्या में पिछली वर्ष की तुलना में इस वर्ष 193298 पर्यटक कम आए। वहीं विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। वर्ष 2022-2023 में कुल 2770340 पर्यटक ताज का दीदार करने के लिए आए। जबकि वर्ष 2023-2024 में 2684825 सैलानियों ने ताजमहल को निहारा। पर्यटन उद्यमियों का मानना है कि भारतीय पर्यटकों में अब विदेश घूमने की ज्यादा रुचि दिख रही है, जो पूर्व में 30 फीसदी थी। अब 35 फीसदी तक पहुंच गई है।