प्रयागराज में नौकरी की मांग को लेकर विरोध करने वाले छात्रों की पुलिस ने बर्बर पिटाई की है। लाठीचार्ज को लेकर विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर हो गया है। छात्रों की पिटाई का यह मामला प्रयागराज के सलोरी छोटा बघाड़ा का है। जहां छात्र नौकरी की मांग को लेकर रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए और ट्रेन को रोकने की कोशिश की। विद्यार्थियों के विरोध के दौरान पुलिस ने बर्बर पिटाई किया है। पुलिस का कहना है कि छात्र रेलवे की संपत्ति को नुकसान पुहंचाने की कोशिश कर रहे थे जिसके बाद ये कार्रवाई की गई। छात्रों का विरोध और सियासी हलचल के बाद पुलिस अनावश्यक बल प्रयोग करने वाले पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की बात कह रही है। इस प्रकरण में कर्नलगंज पुलिस ने चार नामजद और 1500 छात्रों के खिलाफ पुलिस टीम पर पथराव, रेलवे ट्रैक जाम करना, उपद्रव करना, बलवा समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
लॉज में घुसकर छात्रों की पिटाई
मंगलवार को जब सलोरी इलाके में ये छात्र टीईटी की परीक्षा समेत तमाम मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे छात्रों ने पहले सड़क पर रैली निकाली। विरोध कर रहे विद्यार्थी रेलवे ट्रेक की ओर चले गए और ट्रेन को रोकने की कोशिश की। रेल रोकने की कोशिश बाद पुलिस ने इन छात्रों पर लाठी चार्ज कर दिया। तनाव के देखते हुए पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया। इसके बाद पुलिस ने सलोरी, छोटा बघाड़ा, एनी बेसेंट पुलिस चैकी के पास रहने वाले इलाकों में अपना सर्च अभियान चलाया। पुलिस ने छात्रों के लॉज तक में घुस गई और उनके कमरों के दरवाजे तोड़ डाले।
प्रियंका गांधी ने सीएम योगी को घेरा
इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद इस पर सियासत भी शुरू हो गई। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाधी ने इस मुद्दे पर ट्वीट करते हुए सीएम योगी पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है कि प्रयागराज में पुलिस द्वारा छात्रों के लॉज और हॉस्टलों में जाकर तोड़-फोड़ करना एवं उनको पीटना बेहद निंदनीय है। प्रशासन इस दमनकारी कार्रवाई पर तुरंत रोक लगाये। युवाओं को रोजगार की बात कहने का पूरा हक है और मैं इस लड़ाई में पूरी तरह से उनके साथ हूं।
तीन पुलिस कर्मी निलम्बित
छात्रों को हॉस्टल में घुसकर पीटने के मामले में प्रयागराज के एसएसपी ने तीन पुलिस कर्मियों को निलम्बित कर दिया गया है। इसके साथ ही कहा कि अनावश्यक बल प्रयोग करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं दूसरी और प्रदर्शन करने वाले छात्रों के खिलाफ भी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। एएसपी अजय कुमार ने कहा कि इस मामले में दोषी छात्रों और पुलिस कर्मियों को बख्शा नहीं जाएगा।
दोषियों का बख्शा नहीं जाएगा : पुलिस
एसएसपी अजय कुमार कहना है कि छात्रों द्वारा रेल की संपत्ति को नुकसान पहुंचाए जाने की आशंका जताई गई थी। रेलवे इंजन को भी आग लगाए जाने की आशंका था। जिसके बाद पर्याप्त पुलिस बल दंगा निरोधक उपकरणों के साथ मौके पर पहुंचा था और छात्रों को पुलिस ने रेलवे ट्रैक से हटा दिया था। कुछ छात्र पुलिस पर पत्थर फेंक रहे थे और फिर पास के हॉस्टलों में जाकर छिप गये। उनको बाहर निकालने के लिए पुलिसकर्मियों को अनावश्यक बल का इस्तेमाल करना पड़ा।
यह है मामला
रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा आयोजित नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी परीक्षा के परिणाम पर सवाल खड़ा करने वाले अभ्यर्थियों ने विरोध जताया है। विद्यार्थियों ने मंगलवार को जमकर बवाल किया था। प्रयाग स्टेशन पर इंटरसिटी के सामने आकर छात्रों ने धरना दिया।