उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी में भगदड़ बढ़ती ही जा रही है। स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ तीन विधायकों के इस्तीफे के बाद भाजपा को एक और बड़ा झटका लगा है। भारतीय जनता पार्टी के एक और वरिष्ठ नेता और मौजूदा विधायक ने पार्टी छोड़ दी है। पूर्व सांसद व वरिष्ठ नेता अवतार सिंह भड़ाना अब जयंत चौधरी की पार्टी राष्ट्रीय लोक दल यानी रालोद में शामिल हो गए हैं।
रालोद के मुखिया जयंत चौधरी ने ट्वीट कर अवतार सिंह भड़ाना के पार्टी में शामिल होने की जानकारी दी है। बुधवार सुबह रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने अवतार सिंह भड़ाना का पार्टी में स्वागत किया। अवतार सिंह भड़ाना मुजफ्फरनगर के मीरपुर विधायक हैं। 2017 में वह भाजपा की टिकट पर ही चुनाव लड़े थे और विधायक बने थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में वह कांग्रेस की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़े थे, जिसमें उन्हें हार मिली थी। उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा नहीं दिया था और न ही उनकी सदस्यता रद की गई थी। इस कारण से अवतार सिंह भड़ाना को भाजपा का ही विधायक गिना जाता रहा है। बताया जा रहा है कि 2019 लोकसभा चुनाव के बाद से ही वह पार्टी छोड़ने की तैयारी कर रहे थे। इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले थे, मगर अब यह तय हो गया है कि वह रालोद से ही अपनी किस्मत आजमाएंगे। उनके आने से रालोद को जहां मजबूती मिलेगी वहीं भारतीय जनता पार्टी को झटका लगा है।
ज्ञात हो कि अमित सिंह भड़ाना फरीदाबाद से लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं। वह रालोद से पहले भाजपा और कांग्रेस में भी रह चुके हैं। वह चार बार सांसद रह चुके हैं और मेरठ से भी वह चुनाव जीत चुके हैं। भाजपा में स्वामी प्रसाद के इस्तीफे के बाद तीन अन्य विधायकों ने कल पार्टी छोड़ी थी। इसके बाद से ही भाजपा डैमेज कंट्रोल में जुटी हुई है। भारतीय जनता पार्टी के अमित शाह ने सुनील बंसल और स्वतंत्रदेव सिंह को नाराज विधायकों से बात करने की जिम्मेदारी सौंपी है। पार्टी छोड़ने वाले सम्भावित विधायकों से बात कर उन्हें रोकने की कोशिश हो रही है।