चीन के विभिन्न क्षेत्रों में शिपिंग उद्योग कोरोना वायरस के नए मामले करीब से देख रहा है. लेकिन प्रमुख बंदरगाहों के आसपास के क्षेत्रों में होने के बावजूद, अब तक वाहक को सप्लाई सीरीज बंद होने का डर सता रहा है. शीतकालीन ओलंपिक (Winter Olympic) के खुलने और चंद्र नए साल से पहले माल भेजने के लिए दौड़ने वाली फैक्ट्रियों के कुछ ही हफ्तों में, चीन निंगबो, यान्टियन के आसपास के क्षेत्रों में वायरस के प्रकोप की सूचना दे रहा है, और अब बीजिंग के पास तियानजिन (Tianjin) शहर में Omicron ने भी दस्तक दे दी है.
फरवरी में होने वाले बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक से पहले चीन में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. अधिकारियों ने अब आन्यांग शहर में भी लॉकडाउन लगा दिया है जो जियान और तियानजिन के बाद इस तरह के प्रतिबंधों का सामना करने वाला तीसरा शहर है. देश के हेनान प्रांत स्थित 55 लाख की आबादी वाले शहर आन्यांग ने अपने महामारी नियंत्रण उपायों को कड़ा किया है.
बीजिंग ओलंपिक से पहले बढ़े मामले
संक्रमण के मामलों में वृद्धि चार से 20 फरवरी तक होने वाले बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक से पहले हो रही है. इस बीच, देश के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने मंगलवार को कहा कि चीनी मुख्य भूमि के विभिन्न स्थानों पर लगभग 200 मामले सामने आए हैं, जिनमें 110 स्थानीय प्रसार से जुड़े हैं. चीन के तिआनजिन में कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रॉन के मामले सामने आने के बाद आंशिक लॉकडाउन लगाया गया है.
पर्यटन केंद्र जियान और तियानजिन बंदरगाह शहर के बाद आन्यांग लॉकडाउन का सामना करने वाला तीसरा शहर है, जहां पिछले कुछ दिनों में ओमिक्रॉन से जुड़े मामलों का पता चला है. इससे चीन की ‘शून्य कोरोना वायरस मामले नीति’ के लिए खतरा पैदा हुआ है. आधिकारिक मीडिया ने मंगलवार को बताया कि शनिवार को पहला मामला सामने आने के बाद से आन्यांग में संक्रमण के 84 मामले सामने आए हैं, जो स्थानीय प्रसार से जुड़े हैं.
घरों में कैद हुए करोड़ों लोग
क्षेत्र संक्रमण के इस स्वरूप के पहले स्थानीय प्रकोप का सामना कर रहा है, लेकिन इसकी संख्या फिलहाल कम है। चीन लॉकडाउन लगाने वाले पहले देशों में से है जहां अभी भी करोड़ों लोग घरों में कैद हैं. चीन ने कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बाद 1.3 करोड़ लोगों की आबादी वाले उत्तरी शहर शिआन में लॉकडाउन लगाने का आदेश दिया था. शीतकालीन ओलंपिक की मेजबानी से कुछ हफ्ते पहले देश में संक्रमण के मामले बढ़ने से चिंता बढ़ गई है.