भारतीय जनता पार्टी (BJP), कांग्रेस के पूर्व नेता अमरिंदर सिंह (Amarinder singh) और सुखदेव सिंह ढींडसा (Sukhdev Dhindsa) की शिरोमणि अकाली दल (SAD) गठबंधन में (Form Alliance) अगले साल होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Polls) एक साथ लड़ेंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आधिकारिक आवास पर तीनों दलों के नेताओं के बीच एक घंटे तक चली बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री और पंजाब के भाजपा चुनाव प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत ने इसकी आधिकारिक घोषणा की।बैठक में भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, पंजाब लोक कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) प्रमुख ढींडसा और शेखावत मौजूद थे। शेखावत ने कहा, “जैसा कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व और सिंह ने संकेत दिया था कि तीनों आगामी पंजाब चुनाव एक साथ लड़ेंगे, आज तीनों दलों के प्रमुखों ने एक बैठक की, जिसके बाद हम आधिकारिक तौर पर घोषणा कर रहे हैं कि तीनों दल एक साथ विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि तीन दलों के दो-दो सदस्यों के साथ बनाई गई छह सदस्यीय समिति सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर फैसला करेगी। उन्होंने कहा, “समिति के सदस्यों के नामों को आज अंतिम रूप दिया जाएगा। सीट बंटवारे के फॉर्मूले को अंतिम रूप देने के लिए समिति की एक या दो दिन में बैठक होगी।”
तीनों पार्टियां एक साझा घोषणापत्र भी बनाएंगी। शेखावत ने कहा, “पंजाब, सिख, कृषि और ओबीसी से संबंधित मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी और एक संयुक्त घोषणापत्र बनाया जाएगा। गठबंधन राज्य की पिछली समृद्धि को बहाल करके एक नया पंजाब बनाने के लिए काम करेगा।”
17 दिसंबर को बीजेपी और पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने आगामी विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा, “हमारा गठबंधन पक्का हो गया है। केवल सीट बंटवारे की बातचीत चल रही है। हम देखेंगे कि कौन किस सीट पर चुनाव लड़ेगा और सीटों का फैसला करने के लिए जीत का एकमात्र मानदंड है। जहां भाजपा चुनाव लड़ेगी, हम उनका समर्थन करेंगे और वे हमें उन सीटों पर समर्थन देंगे, जिन पर हम चुनाव लड़ेंगे। हम तैयार हैं और चुनाव जीतने के लिए 101 फीसदी आश्वस्त हैं। हम किसी के साथ प्रतिस्पर्धा में नहीं हैं।”
पंजाब में अगले साल फरवरी-मार्च में चुनाव होने हैं। इसी दौरान उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में भी चुनाव होंगे। इससे पहले अपने सबसे पुराने सहयोगी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के साथ गठबंधन टूटने के बाद, भाजपा ने पंजाब की सभी 117 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। 2017 में, बीजेपी ने 23 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से उसे तीन सीटों पर जीत मिली थी।