मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच (Mumbai Police Crime Branch) की जगह सुरेश पुजारी (Suresh Pujari) की कस्टडी महाराष्ट्र एटीएमस (Maharashtra ATS) को दी गई है. मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच की टीम दिल्ली गई लेकिन उन्हें सुरेश पुजारी की हिरासत नहीं दी गई. मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि उन्हें पुजारी की हिरासत क्यों नहीं दी गई. अब महाराष्ट्र एटीएम पुजारी को मुंबई ला रही है.
ये मामले में आश्चर्यजनक मोड़ है कि मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच को पुजारी की हिरासत मिलने की बजाय महाराष्ट्र एटीएस को गैंगस्ट की हिरासत दी गई है. मुंबई पुलिस के अनुसार कल रात उन्हें पता चला की पुजारी की हिरासत उन्हें नहीं मिली है बल्कि महाराष्ट्र एटीएस को हिरासत दी गई है. मुंबई और कर्नाटक में जबरन वसूली के कई मामलों में वांछित गैंगस्टर सुरेश पुजारी को भारत लाया गया है.
जबरन वसूली के कई मामले हैं दर्ज
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को जानकारी दी कि पुजारी मुंबई और इसके पास के इलाकों ठाणे, कल्याण, उल्हासनगर और डोंबिवली में भी जबरन वसूली के मामलों में वांछित है. उसे गिरफ्तार कर और फिलीपीन से प्रत्यर्पित करने के बाद मंगलवार देर रात भारत लाया गया. अधिकारी ने बताया कि खुफिया ब्यूरो (आईबी) और सीबीआई के अधिकारियों ने पुजारी के दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरने के बाद उसे हिरासत में ले लिया है.
अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों द्वारा पूछताछ के बाद उसे मुंबई पुलिस को सौंप दिया जाएगा. मुंबई अपराध शाखा की एक टीम उसे हिरासत में लेने के लिए पहले से ही दिल्ली में है. मुंबई और ठाणे पुलिस ने जबरन वसूली के कई मामलों के बाद क्रमश: 2017 और 2018 में उसके खिलाफ ‘रेड कॉर्नर नोटिस’ जारी किया था.
फिलीपीन से पकड़ा गया गैंगस्टर
अधिकारी ने बताया कि पुजारी 15 साल से अधिक समय से फरार था और उसे अक्टूबर में फिलीपीन में पकड़ा गया था. उसके खिलाफ ठाणे में जबरन वसूली के कुल 23 मामले दर्ज हैं. सुरेश गैंगस्टर रवि पुजारी का करीबी रिश्तेदार है और 2007 में उससे अलग हो गया था. इसके बाद वह विदेश भाग गया था. अधिकारी ने कहा कि अपराध के क्षेत्र में अपने शुरुआती दिनों में उसने अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन और रवि पुजारी के साथ काम किया और बाद में अपना खुद का गिरोह बना लिया.