केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने भारत-चीन सीमा मुद्दे पर सरकार की “विश्वसनीयता” पर सवाल उठाने के लिए कथित तौर पर विदेशी मीडिया की रिपोर्ट का हवाला देने को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी की लोकसभा में चीन पर कथित टिप्पणियों का एक छोटा वीडियो एक बार फिर साझा किया और कहा कि चीन सीमा मुद्दे पर बोलने से पहले कांग्रेस सरकार के रक्षा मंत्री की बात सुनें.
इससे पहले कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चीन को दी गई ‘क्लीनचिट’ वापस लेते हुए माफी मांगनी चाहिए और देश को यह बताना चाहिए कि चीन के साथ लगी सीमाओं पर अप्रैल, 2020 की यथास्थिति कब तक बहाल होगी. पार्टी ने पेंटागन की एक रिपोर्ट का हवाला दिया जिसमें दावा किया गया कि चीन अरुणाचल प्रदेश में 4.5 किलोमीटर तक घुस गया है और गांव बसा चुका है जिसमें करीब 100 घर हैं.
रिजिजू ने रविवार को ट्विटर पर दावा किया “प्रिय कांग्रेसियों, चीन सीमा मुद्दे पर बोलने से पहले कांग्रेस सरकार के रक्षा मंत्री की बात सुनें. कुछ दुर्भावनापूर्ण मीडिया ने लिखा है कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश के भीतर एक गांव बसा लिया है और फिर उस इलाके का थोड़ा-सा जिक्र किया है जहां चीन ने 1959 में कब्जा जमा लिया था. आपका मकसद क्या है?”
हमारी सेना की ताकत पर सवाल खड़े कर रहे ‘ये लोग’- कानून मंत्री
रिजिजू ने एक और ट्वीट में लिखा, “ये लोग जानबूझकर भारतीय सेना पर यकीन नहीं करते बल्कि राष्ट्र का मनोबल गिराने की दुर्भावनापूर्ण मंशा के साथ हमारी सरकार की विश्वसनीयता और हमारी सेना की ताकत पर सवाल खड़ा करते हैं. और इसके लिए एक भ्रामक शीर्षक बनाने के लिए एक विदेशी कहानी का तुरंत संदर्भ दे दिया.”
शनिवार को इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वह बयान वापस लेना चाहिए कि भारतीय क्षेत्र में किसी ने प्रवेश नहीं किया. उन्होंने कहा था, “17 महीने हो गए, जब प्रधानमंत्री ने चीन को क्लीन चिट दे दिया था. यह क्लीन चिट हमारे इतिहास का काला पन्ना है. क्योंकि उसके बाद चीन ने पूरी दुनिया को बताया कि वो भारतीय क्षेत्र में घुसा ही नहीं.”
प्रधानमंत्री ने अपनी झूठी छवि बचाने के लिए चीन को दिया क्लीन चिट- खेड़ा
खेड़ा ने कहा था कि ये बहुत गंभीर और ज्यादा चिंता का विषय है. आज समय आ गया है कि प्रधानमंत्री को अपनी वो क्लीन चिट वापस ले लेनी चाहिए और देश के सामने आकर बताना चाहिए कि हां चीन घुसा हुआ है. उन्होंने आगे कहा, “पिछले महीने मैंने आपको उत्तराखंड के बारे में भी बताया था कि कैसे दो क्षेत्रों में चीन की पीएलए हमारा एक पुल बर्बाद कर वापस चली गई और हमने कुछ नहीं बोला. ये सब इसलिए हो रहा है कि प्रधानमंत्री की एक झूठी छवि बनाई गई है. उस छवि को बचाने के लिए आपको देश की सीमाओं की चिंता नहीं है.”
कांग्रेस नेता ने अरुणाचल प्रदेश से बीजेपी सांसद तापिर गाओ के बयान का भी जिक्र किया, जिसमें जून 2020 में उन्होंने कहा था कि चीन अरुणाचल की सीमाओं के भीतर घुसकर कंस्ट्रक्शन कर रहा है और पेट्रोलिंग कर रहा है. खेड़ा ने कहा कि तब तापिर गाओ की बात को भारत सरकार ने नकार दिया था.