भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए लगातार कई संभावनाएं तलाश रही है. इसी के मद्देनजर जनरल क्लास (General Coach) को वातानुकूलित यान (एसी कंपार्टमेंट) में बदलने की तैयारी की जा रही है. देश में हर रोज हजारों लोग ट्रेनों से सफर करते हैं, कुछ लोगों की लंबी दूरी की यात्रा होती है, तो कुछ यात्री कम दूरी के लिए भी ट्रेनों से सफर करना ही सुविधाजनक मानते हैं. ऐसे में हर यात्री एसी कोच में सफर तो करना चाहता है लेकिन उतना किराया देना मुमकिन नहीं हो पाता.
ट्रेनों से लंबी दूरी तय करने वाले मुसाफिर जो ज्यादा किराया नहीं दे सकते, उनके लिए रेलवे की तरफ से ना केवल जनरल कोच को एसी कंपार्टमेंट में बदलने की तैयारी की जा रही है, बल्कि एसी कोच में यात्रियों को सस्ता सफर करने का मौका मिलेगा. इकोनॉमिक्स टाइम्स के मुताबिक, एसी कोच का आठ से दस फीसदी किराया घटाया जा सकता है.
ऐसी सुविधाएं मिलेगी
– इन जनरल एसी कोच में ऑटोमेटिक बंद होने वाले दरवाजे लगे होंगे
– रेल मंत्रालय की ओर से लगातार इसपर काम किया जा रहा है
– पंजाब के कपूरथला की रेलवे कोच फैक्ट्री में बनाए जा रहे हैं फर्स्ट एसी और जनरल क्लास कोच
रेल मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, फिलहाल जनरल सेकेंड क्लास के कोच में लगभग 100 से 110 यात्री बैठ सकते हैं. जबकि, जनरल कोच को एसी में बदलने के बाद, आम यात्री भी जो ज्यादा किराया देकर सफर नहीं कर पाते थे, वह भी आसानी से इस किराये में सफर कर पाएंगे. बता दें, रेलवे की मुख्य योजना इन डिब्बों को पूरी तरह आरक्षित कोच बनाकर चलाने की है.
अब हटाए जाएंगे अनारक्षित कोच
– राजधानी, वंदे भारत जैसी ट्रेनों को छोड़कर लंबी दूरी वाली बाकि ट्रेनों में कोरोना से पहले अनारक्षित जनरल डिब्बे लगाए जाते थे
– इन सभी कोचों को आरक्षित कंपार्टमेंट में बदलने की योजना बनाई जा रही है
– जनरल कंपार्टमेंट को एसी कोच में बदलने से यात्रियों को राहत मिलेगी
– अभी मुसाफिर लंबी दूरी की यात्रा जनरल डिब्बे से करते हैं
दरअसल रेलवे की प्राथमिकता है कि, जनरल कोच में सफर करने वाले यात्रियों को आरामदायक सफर मुहैया करवाई जाए. साथ ही कम किराए में एसी कोच का विकल्प भी यात्रियों के पास रहें. बता दें, हाल ही में रेलवे ने एसी 3 टियर की तुलना में कम किराए में ही एसी इकोनॉमी क्लास कोच लॉन्च किया है. जो यात्री स्लीपर क्लास में यात्रा करते हैं अब उनके पास दूसरे विकल्प भी उपलब्ध होंगे.
बता दें, ट्रेन में जनरल क्लास वाले नॉन एसी कोच जल्द ही रिटायर हो जाएंगे. और भारतीय रेलवे लंबी दूरी के लिए जनरल कोच को एसी में बदलने की तैयारी कर रहे हैं. हालांकि पहले यह कोच सुपरफास्ट ट्रेनों में लगाए जाएंगे.