प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) और केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट (Ajay Bhatt) से फोन पर बातचीत की. इस दौरान उन्होंने राज्य में बारिश और आपदा का अपडेट लिया. बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य में हो रही भारी बारिश को देखते हुए केंद्रीय एजेंसियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं.
दरअसल, उत्तराखंड (Uttarakhand) में आई भारी बारिश (Heavy Rain) के कारण यहां स्थिति गंभीर बनी हुई है. चमोली क्षेत्र में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण नंदाकिनी नदी में बाढ़ आ गई है, जिससे इसके जल स्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है. वहीं, लैंडस्लाइड होने के कारण 5 लोगों की मौत हो गई है. जबकि भारी बारिश और बर्फबारी भी दूसरे दिन भी लगातार जारी रही. एसडीआरएफ और पुलिस ने केदारनाथ मंदिर से लौटते समय लगातार हो रही बारिश के बीच जंगल चट्टी में फंसे करीब 22 श्रद्धालुओं को बचाया.
रामगढ़ गांव में फटा बादल
नैनीताल जिले के रामगढ़ गांव में बादल फटने की घटना सामने आई है. बादल फटने से कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है. पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची है. बचाव कार्य जारी है. घायलों को मलबे से निकाल कर बचा लिया गया है. एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने बताया कि नैनीताल जिले के रामगढ़ गांव में जहां बादल फटा था, यहां से कुछ घायलों को बचा लिया गया है, अभी कितने लोग मलबे में दबे हो सकते हैं इसका पता नहीं चल पाया है.
तीन दिन का हाई अलर्ट
मौसम विभाग ने चमोली में तीन दिन के लिए हाई अलर्ट जारी किया है. इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए अस्थाई तौर पर केदारनाथ यात्रा पर रोक लगा दी है. सीएम पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने श्रद्धालुओं से कुछ दिनों के लिए चारधाम यात्रा टालने की अपील की है. सोनप्रयाग में रोके जा रहे तीर्थयात्री को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जा रही है. वहीं, बाबा केदार का अब तक 90 हजार के करीब तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं.