हरियाणा के रोहतक(rohtak) में चार लोगों की हत्या का केस आखिरकार पुलिस ने सुलझा दिया है. इस केस में जो खुलासा हुआ है वो काफी चौंकाने वाला है. बता दें कि रोहतक के विजय नगर में छह दिन पहले एक परिवार के चार लोगों की गोली मारकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी. आपको ये जानकर हैरानी होगी कि ये हत्या किसी और ने नहीं बल्कि प्रॉपर्टी डीलर बबलू पहलवान(bablu pahalwan) के 20 वर्षीय बेटे अभिषेक(abhishek) उर्फ मोनू ने ही की थी।
दरअसल, छह दिन पहले बेटे अभिषेक ने अपने पिता प्रदीप मलिक उर्फ बबलू पहलवान (45), मां बबली (40) व घर आई नानी रोशनी (60) व बहन 19 वर्षीय नेहा उर्फ तमन्ना के सिर में गोली मारी गई थी। जिससे तीनों की मौत हो गई थी. वारदात को अंजाम देने के बाद अभिषेक एक होटल में अपने दोस्त के पास पहुंचा, वहां से खाना खाने ढाबे पर चला गया। लेकिन होटल में अभिषेक ने खाना नहीं खाया। इसके बाद वो वापस घर आया और घर के बाहर आकर उसने अपने
मामा को फोन किया। बताया कि घर वाले फोन नहीं उठा रहे हैं। साथ ही छत के रास्ते मकान के ऊपर पहुंचा। शोर सुनकर आसपास के लोग भी वहां आ गए। जिसके बाद पुलिस वहां पहुंची और जांच शुरु की.
पुलिस ने वारदात के पीछे प्रॉपर्टी विवाद भी एक वजह बताई है। पुलिस ने बताया कि जिस तरह से वारदात को अंजाम दिया गया है, उससे ऐसा लग रहा था कि किसी करीबी व्यक्ति ने ही परिवार के चार लोगों की हत्या की है। वहीं शक के दायरे में आए लोगों में प्रॉपर्टी डीलर का 20 वर्षीय बेटा अभिषेक उर्फ मोनू भी था।
जिसके बाद उससे सख्ती से पूछताछ गई तो उसने सारा सच उगल दिया. उसने बताया कि वह अपने पिता से नाराज चल रहा था। साथ ही वित्तीय वजह भी सामने आई है। एसपी ने बताया कि आरोपी अभिषेक को अदालत में पेश कर रिमांड
पर लिया जाएगा। शक के दायरे में परिवार के कई और भी सदस्य व आरोपी के दोस्त हैं। पुलिस जल्द से जल्द सनसनीखेज हत्याकांड की जांच पूरी कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलाने की अदालत से मांग करेगी।
पुलिस के मुताबिक शुक्रवार को सांपला निवासी प्रवीण(Praveen) ने शिकायत में बताया था कि उसकी बड़ी बहन सन्तोष उर्फ बबली(babli) की करीब 21 वर्ष पहले प्रदीप उर्फ बबलू निवासी विजयनगर के साथ शादी हुई थी। उसका जीजा प्रॉपर्टी डीलर के तौर पर काम करता था। बहन का बेटा अभिषेक (20) व बेटी नेहा (19) है। दोपहर करीब 2 बजे
वह प्रॉपर्टी डीलर कार्यालय के बाहर बैठा था। तभी भांजे अभिषेक का फोन आया। उसने कहा कि घर का दरवाजा बंद है। मम्मी व पापा फोन नहीं उठा रहे हैं। न ही दरवाजा खोल रहे हैं।
प्रवीण ने अभिषेक को कहा कि पड़ोस से किसी को बुलाकर गेट खुलवा लीजिए, वह जल्दी आ रहा है। प्रवीण का कहना है कि जब वह मौके पर पहुंचा तो एक मंजिला मकान के बाहर भीड़ जमा थी। नीचे वाले कमरे में जीजा प्रदीप उर्फ बबलू
का शव चारपाई पर पड़ा था। सिर व मुंह से खून निकला हुआ था। साथ ही माथे पर गोली मारी गई थी। ऊपर गया तो कमरे में मां रोशनी देवी व बहन बबली का शव फर्श पर पड़ा था।
पता चला कि भांजी नेहा को आस पड़ोस के लोग पीजीआई ले गए हैं। प्रवीण ने पुलिस को बताया कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने रंजिश रखते हुए उसके जीजा प्रदीप, बहन बबली व मां रोशनी की हत्या की है। जबकि भांजी की हत्या प्रयास किया गया है। बाद में नेहा ने भी दम तोड़ दिया था।