आईआरसीटीसी (इंडियन रेलवे केटरिंग और टूरिज्म कॉरपोरेशन) तेजस एक्सप्रेस रेलगाड़ी का परिचालन करती है। दिल्ली से पटना और पटना से दिल्ली की यात्रा ट्रेन से करने वाले यात्रियों के लिए बेहद अच्छी खबर है। एक सितम्बर से पटना से दिल्ली के बीच तेजस एक्सप्रेस शुरू होने वाली है।
अभी तक इसको लेकर कोई आधाकारिक सूचना जारी नहीं हुई है लेकिन रेल अफसरों से बातचीत में पता चला है कि तैयारी पूरी है और लगभग तय है कि एक सितंबर से पटना-दिल्ली तेजस एक्सप्रेस का परिचालन शुरू हो जाएगा। रेल अधिकारियों के अनुसार राजेंद्र नगर टर्मिनल पर तेजस एक्सप्रेस के दो रैक पहुंच चुके हैं और इस पर तेजस एक्सप्रेस का बोर्ड भी लगा दिया गया है। सम्भावना है कि तेजस एक्सप्रेस के पटना से रवाना होने की की टाइमिंग शाम 6 से 7 बजे के बीच रखी जा सकती है। यह भी कहा जा रहा है कि तेजस एक्सप्रेस को पटना राजधानी की टाइमिंग पर ही शुरू की जाएगी। तेजस एक्सप्रेस सुविधाओं के मामले में राजधानी एक्सप्रेस से भी आगे है। तेजस एक्सप्रेस की बोगियों के दरवाजे मेट्रो ट्रेन की तरह स्वचालित होंगे। जब तक कोच के सभी दरवाजे बिना किसी रुकावट के बंद नहीं हो जाएंगे तबतक ट्रेन नहीं चलेगी। ट्रेन की बोगियों के अंदर डिस्प्ले बोर्ड लगे हैं। जिस पर आने वाले स्टेशन की जानकारी दिखती रहेगी। इसके साथ ही ट्रेन के अंदर ही अनाउंसमेंट की भी सुविधा होगी। तेजस एक्सप्रेस में बैठकर आप मुफ्त वाई-फाई सेवा का लाभ उठा सकते हैं। तेजस एक्सप्रेस के कोच के अंदर साइड में केवल एक सीट दी गई है, ताकि ट्रेन में ज्यादा लोग न दिखें। कोच में चाय और कोफ़ी की वेंडिंग मशीन लगी है, हालांकि कोरोना काल के चलते अभी यह बंद होंगे।
प्रत्येक सीट पर एलसीडी स्क्रीन की सुविधा है। तेजस में जानेमाने शेफ की ओर से तैयार मनपसंद खाना परोसा जाएगा। ट्रेन में पानी की कम खपत वाले बायो-वैक्यूम शौचालय हैं। शौचालय में टचलेस पानी का नल, साबुन डिस्पेंसर और हाथ सुखाने की मशीन लगाईं गई है। पटना नई दिल्ली रूट पर रेल पटरियों की हालत को देखते हुए पटना-दिल्ली तेजस की स्पीड 130 किलोमीटर प्रति घंटे तय की गई है। माना जा रहा है कि यह तेजस एक्सप्रेस पटना में शाम 7: 10 बजे खुलेगी और नई दिल्ली सुबह 7:40 बजे पहुंच सकती है। हालांकि रेलवे की ओर से अधिसूचना जारी होने के बाद ट्रेन की रियल टाइमिंग का पता चल पाएगा। खास बात यह है कि तेजस एक्सप्रेस ऐसी ट्रेन है जो देरी से चलने पर रेल यात्रियों को हर्जाना देता है।