चाणक्य नीति के अनुसार हर व्यक्ति के गुण ही उसे अच्छा और बुरा बनाते हैं। जो लोग गलत कार्यों में लिप्त रहते हैं, दूसरों को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे लोग कभी सम्मान की दृष्टि से नहीं देखे जाते हैं, वक्त आने पर ऐसे व्यक्तियों को दंड और कष्ट भी सहने पड़ते हैं।
गीता में भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन से कहते हैं कि मनुष्य को अच्छे कार्यों को करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। जब भी अच्छा कार्य करने का मौका मिले, उसे फ़ौरन प्राथमिकता के आधार पर पूरा करना चाहिए। विद्वानों ने भी कहा है कि जो व्यक्ति अच्छे कार्य करता है, उसका हर जगह सम्मान मिलता है और उसे यश की प्राप्ति होती है। ऐसे लोग दूसरों के लिए मिसाल बन जाते हैं। ऐसे ही लोग समाज को नई और अच्छी दिशा देते हैं।
अच्छे गुणों को अपनाने से आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती हैं। अच्छे गुण हमेशा व्यक्ति को अच्छे कार्य करने के लिए प्रेरित करते हैं। अच्छे कार्य को करने वाले व्यक्ति के जीवन में हमेशा उसके लक्ष्यों की प्राप्ति होती है। ऐसे व्यक्तियों को देवताओं का भी आशीर्वाद मिलता है।
आत्मविश्वास से ही व्यक्ति नेक कार्यों की ओर बढ़ता है। व्यक्ति को रोजाना एक अच्छा कार्य करना चाहिए। सुबह उठकर व्यक्ति को इन कामों को जरूर करना चाहिए-
- सूर्योदय से पहले ही बिस्तर को छोड़ देना चाहिए।
- प्रकृति का धन्यवाद करना चाहिए।
सुबह उठने के बाद अपने दोनों हाथों को मिलाकर जरूर देखना चाहिए। - इसके बाद धरती मां को छूकर प्रणाम करना चाहिए।
- इसके बाद माता पिता का आशीर्वाद लेना चाहिए।
- इसके बाद स्नान करने के बाद पूजा अर्चना करनी चाहिए।
- सूर्य देव को रोजाना जल अर्पित करना चाहिए।
- इसके बाद दान देना चाहिए।