हमास के राॅकेट हमलों के बाद इजरायल लगातार बमबारी करता जा रहा है। हमास की ओर से इजरायल पर रॉकेट दागे जा रहे हैं। कार्रवाई में इजरायल की ओर से एयरस्ट्राइक किया जा रहा है। इजरायली सेना की कार्रवाई में गााजा का इकलौता कोरोना टेस्टिंग लैब तबाह हो गया है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा गया कि इस्लामिक समूह हमास के खिलाफ इजरायल की लड़ाई का असर आम लोगों पर पड़ रहा है। इजरायल की ओर से रिहायशी इलाकों में बमबारी की जा रही है। इजरायली बमबारी में अब तक 213 फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में 61 बच्चे शामिल हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि 1400 से अधिक लोग घायल हैं। यूनाइटेड नेशन (यूएन) ने इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे इस हिंसा को मानवीय आपदा का नाम दिया है।
यूएन का कहना है कि इजरायल के एयरस्ट्राइक के कारण अब तक 40 हजार फिलिस्तीनियों को इधर से उधर जाना पड़ा है। करीब 2500 फिलिस्तीनियों को अपना घर खो दिया है। इजरायल का भी हमास के राॅकेट हमलों में नुकसान हुआ है। इजरायल की ओर से मरने वालों की संख्या बढ़कर 12 हो गई। हमास ने दक्षिणी एशकोल क्षेत्र में रॉकेट दागे हैं जिसमें एक कारखाने में काम करने वाले दो थाई नागरिकों की मौत हो गई। इस हमले में कई घायल हो गये। इजरायल के एयरस्ट्राइक में गाजा में स्थित इकलौती कोविड टेस्टिंग लैब तबाह हो गया है। इस वजह से फिलिस्तीनियों की मुसीबत और बढ़ गई हैं। गाजा में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
पॉजिटिविटी रेट करीब 28 फीसदी है। कोरोना मरीजों का इलाज उन हॉस्पिटल में हो रहा है, जिस पर 15 साल से इजरायल की नाकेबंदी है. यहां मरीज भरे हुए हैं। गाजा की आबादी करीब 2 मिलियन है। इजरायल के एयरस्ट्राइक के कारण गाजा के कई घर तबाह हो चुके हैं। गाजा शहर के 70 वर्षीय नाजमी अल-दहदौह ने कहा कि उन्होंने हमारे घर को नष्ट कर दिया लेकिन मुझे नहीं पता कि उन्होंने हमें क्यों निशाना बनाया। ज्ञात हो कि इजरायल और फिलिस्तीन के बीच हिंसक संघर्ष की शुरुआत 10 मई को हुई थी। जब गाजा पट्टी से हमास ने करीब 3500 रॉकेट दागे थे। हमास के अधिकतर रॉकेट को इजरायल के आयरन डोम ने हवा में ही तबाह कर दिया था। हमास के कुछ रॉकेट आबादी में गिरे थे। जिसके कारण तबाही हुई थी।