वैक्सीनेशन के बीच राज्यों ने वैक्सीन की कमी को जाहिर किया है। इस बीच वैक्सीन की सियासत भी बढ़ गयी है। केन्द्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावड़ेकर ने वैक्सीन पर हो सियासत का जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में राज्य सरकार की योजना के अभाव के चलते कोविड-19 टीकों की पांच लाख खुराकें बर्बाद हो गईं। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे की तरफ से केंद्र पर वैक्सीन को लेकर सूबे से भेदभाव के आरोपों पर जावड़ेकर ने कहा कि यह तो वही बात हुई कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटे। महाराष्ट्र से सम्बन्ध रखने वाले प्रकाश जावड़ेकर ने दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि महाराष्ट्र सरकार के पास टीकों की 23 लाख खुराकें उपलब्ध हैं। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बुधवार को कहा था कि राज्य में टीकों की कमी के चलते कई टीकाकरण केन्द्र बंद किए जा रहे हैं।
राज्य में फिलहाल 14 लाख खुराकें हैं जो केवल तीन दिन तक चल सकती हैं। गुरुवार को वैक्सीन की कमी होने पर केन्द्र पर आरोप लगाया कि केंद्र सरकार महाराष्ट्र के साथ भेदभाव कर रही है। जावड़ेकर ने कहा, ‘मैं स्पष्ट कर दूं कि महाराष्ट्र सरकार के पास टीकों की 23 लाख खुराकें उपलब्ध हैं जोकि पांच से छह दिन का स्टॉक है। इन्हें गांवों और जिलों में वितरित करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। केंद्रीय मंत्री ने महाराष्ट्र सरकार पर आरोप लगाया कि महाराष्ट्र सरकार योजना के अभाव के चलते टीकों की पांच लाख खुराकें बर्बाद कर चुकी है।
पांच लाख टीका बर्बाद हो जाना यह मामूली संख्या नहीं है। टीकाकरण अभियान के लिये योजना बनाना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। केन्द्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि केन्द्र सरकार ने महाराष्ट्र को पहले जितनी खुराकें आवंटित की थीं। उससे कहीं अधिक खुराकें बाद में उपलब्ध कराई हैं। उन्होंने कहा कि उपलब्धता के साथ ही राज्यों को वैक्सीन उपलब्ध करा दी जाएगी।