दुनिया के 7 आश्चर्यों में से एक-गीजा का पिरामिड. मिस्र का शान. लेकिन क्या आपको पता है कि गीजा के पिरामिड से भी बड़ा और पुराना पिरामिड भी मिस्र में मौजूद है? जी हां, मिस्र का सक्कारा शहर ऐसे ही एक पिरामिड का घर है, जो जमीन के नीचे किसी शहर की तरह बसा है. जानिए, सक्कारा की शान के बारे में…
जोजर का पिरामिड
करीब 4700 साल पहले, 19 सालों की अथक मेहनत और कारीगरी के नायाब नमूने के तौर पर आज दुनिया के सामने खड़ा है जोजर का पिरामिड, जिसे सौतेले पिरामिडों का बड़ा भाई भी कहा जाता है. दरअसल, इस साइट के आसपास 5 अन्य पिरामिड भी हैं. लेकिन ये पिरामिड पूरी तरह से खाली हैं. इसीलिए इन्हें स्टेप पिरामिड ऑफ जोजर कहा जाता है.
नक्काशीदार पत्थर से बना शानदार पिरामिड
मिस्र विशेषज्ञों के मुताबिक मिस्र के प्राचीन राजवंश में तीसरे नंबर के राजा जोजर ने अपने शासन के दौरान इसका निर्माण कराया था. इसके आर्किटेक के तौर पर इमोटेप का नाम लिया जाता है. जोजर का ये पिरामिड नक्काशीदार पत्थर से बनाया गया था, जो भीतरी व्यास और आने-जाने के मार्ग को मिलाकर 6000 मीटर तक फैला था. यानि करीब 6 किमी के दायरे में. इस पिरामिड को बनाने में 1.16 करोड़ क्यूबिक टन मिट्टी-रेत-पत्थर का इस्तेमाल हुआ है.
चौकोर था पूरा निर्माण, बाद में आया पिरामिड बनाने का ख्याल?
दरअसल, जोजर के पिरामिड की खास बात है इसका नीचे से चौकोर होना. माना जाता है कि इसका निर्माण तो राजवंश की रिहाइश के लिए शुरू हुआ था, लेकिन बाद में इसका डिजाइन बदलकर इसे पिरामिड का रूप दे दिया गया. इसकी उंचाई 205 फिट है. और जमीन पर इसका बेस 121 मीटर का है. ये जमीन के ऊपर 6 मंजिला है.
पिरामिड के साथ कमरे, सुरंग का रहस्य
जोजर के इस पिरामिड से जुड़ी हैं दो सुरंगें. इसके आसपास कई कमरे हैं. यही नहीं, पूरा कॉप्लेक्स करीब 15 हेक्टेयर क्षेत्र में है, जो चौंकाने वाला है. बता दें कि प्राचीन मिस्र में माना जाता था कि आत्माएं शरीर के आसपास ही रहती हैं. इसीलिए मृत राजाओं के शरीर को ममी का रूप दे दिया जाता था और उनके आस पास जीवन से संबंधित सामान भी रख दिए जाते थे.