चुनाव आयोग ने रविवार को ममता की चिट्ठी पर जवाब दिया है। आयोग ने कहा कि नंदीग्राम में वोटिंग के दौरान बाधा नहीं हुआ था। टीएमसी का पोलिंग एजेंट बूथ पर आया ही नहीं। आयोग ने आगे कहा कि बूठ पर पोलिंग एजेंट को रोकने की बात गलत। बूथ पर शांतिपूर्ण मतदान चल रहा था। बूथ में तैनात बीएसएफ के जवानों ने गलत आरोप लगाए।
चुनाव आयोग ने अपने बयान में कहा, में मतदान केंद्रों पर सुबह 5.30 बजे मतदान केंद्रों पर एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया और सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ। आयोग ने यह भी कहा कि इस मॉक ड्रिल के दौरान सभी राजनीतिक दलों के पोलिंग एजेंट मौजूद थे। चुनाव आयोग ने कहा कि यह साबित करने के लिए सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध है कि चुनाव में कोई गड़बड़ी नहीं हुई।
बता दें कि बंगाल में दूसरे चरण का मतदान एक अप्रैल को हुआ था। वोटिंग के दौरान ममता बयाल-2 स्थित सात नंबर बूथ में लगभग दो घंटे तक रहीं थीं और वहीं से राज्यपाल जगदीप धनखड़ को फोन किया था और मतदान में धांधली का आरोप लगाया था। इसके अलावा उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर चुनाव कार्य में हस्तक्षेप का भी आरोप लगाया था। यहीं नहीं, दीदी ने इस बाबत चुनाव आयोग को एक पत्र भी लिखा था।