एक ओर जहां देश भर में कोरोना(Corona) के मामलों में तेजी आती जा रही है, तो वहीं लोगों को मास्क लगाना बिलकुल नहीं भा रहा है. ऐसे लोगों के लिए मध्य प्रदेश के देवास जिले में नई तरह की सजा का प्रावधान किया है. देवास में जो लोग बिना मास्क लगाए घूमते दिखाई देंगे उनको रोक के उनसे ही कोरोना संक्रमण पर निबंध लिखवाया जाएगा. जो निबंध अभी तक लिखे गये हैं, उनमें से कुछ में कोरोना के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया गया है, तो कुछ में संक्रमण के नए-नए लक्षण बताए जा रहे हैं औऱ सवालों की झड़ी लगा रहे हैं. जब निबंध का अंत हो रहा है, उसमें सभी ने एक लाइन में मास्क लगाने का मैसेज दिया है, लेकिन इस मैसेज को खुद में फॉलो करना उनसे ना हो पा रहा है.
सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों पर अब फिर से सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है। लोग घर से बिना मास्क के निकल रहे हैं, जो लोग पक़ड़े जा रहे हैं उनको अब सजा के तौर पर कोरोना पर ही निबंध लिखने को कहा जा रहा है। ऐसे में लोगों को काफी दुविधा हो रही है कि आखिर इस निबंध में हम लिखे क्या क्या? लोग सोच सोच कर अपनी ये अनोखी सजा को काट रहे हैं। निबंध देखने के बाद ही पुलिस बिना मास्क लगाए लोगों को छोड़ रही है। शुक्रवार को देवास जिले में ऐसे 72 लोगों को प्रशासन के लोगों ने चपेट में लिया है, जो सड़को पर बिना मास्क के घूम रहे हैं।
ऐसे लोगों को सुधारने के लिए शासकीय चिमनाबाई स्कूल खुली जेल बनाई गई है, इसी में ही लोगों से निबंध लिखवाया गया है। इस मामले पर बात करते हुए तहसीलदार प्रवीण पाटीदार ने कहा कि बिना मास्क वाले लोगों से निबंध लिखवाने का विचार डीएम का है। उनका मानना है कि ऐसा करने से लोगों में जागरूकता आएगी और वो मास्क के महत्व को समझ सकेंगे। अभी भी कोरोना के विकराल रूप को समझ ना पा रहे हैं, लेकिन धीरे धीरे ये लोगों के लिए बहुत ही ज्यादा खातक बनता जा रहा है।