मशहूर कारोबारी मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक से लदी कार के मामले में सचिन वाजे की गिरफ्तारी के बाद रोज होते नए खुलासे हैरान करने वाले हैं। इस मामले में जिस तरह से रोज परतें खुल रही है और नए खुलासे हो रहे हैं उससे केस सुलझने के बजाए साजिश के तार और उलझने लगे हैं। महीना गुजर जाने के बावजूद साजिश का असली प्लॉट तो सामने नहीं आया है लेकिन इसका अंडरवर्ल्ड कनेक्शन जरूर सामने आया है। रिपोर्ट्स इस ओर इशारा कर रहे हैं कि सचिन वाजे को कुख्यात डॉन दाऊद इब्राहिम ने मदद की थी।
बताया जा रहा है कि सचिन को इस बात का अंदेशा हो गया था कि उसकी पोल खुल सकती है। NIA जांच में यह जानकारी सामने आई है कि वाजे ने दाऊद इब्राहिम के साथी और जेजे शूट-आउट में शामिल एक गैंगस्टर से संपर्क किया। इस गैंगस्टर ने जांच एजेंसियों को गुमराह करने की जिम्मेदारी ली थी। वाजे ने उसे फर्जी टेलीग्राम मैसेज बनाकर दुबई से धमकी भरा मैसेज लिखने को कहा था। लेकिन इस मामले ने नया मोड़ तब आया जब धमकी दुबई के बजाए दिल्ली की तिहाड़ जेल से आया और वो भी इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी सेल से।
दिल्ली के स्पेशल सेल ने तिहाड़ जेल में छापा मारकर इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकी तहसीन अख्तर के पास से उस मोबाइल फोन को भी बरामद कर लिया जिससे धमकी भेजी गई थी। इंडियन मुजाहिदीन का नाम आते ही अंतरराष्ट्रीय साजिश का शक पुख्ता हो गया। दिल्ली पुलिस सूत्रों के हवाले से मीडिया में आई खबरों के मुताबिक तहसीन से कस्टडी में पूछताछ की गई लेकिन उसने कोई भी मैसेज भेजने से इनकार कर दिया है।
NIA अब इस बात की जांच कर रही है की जब तहशीन ने यह मैसेज नहीं भेजा तो फिर यब कैसे आई। अब इस बात की जानकारी सामने आ रही है कि उसी सेल में अंडरवर्ल्ड का भी एक गुर्गा बंद है और उसी ने तहसीन के करीब जाकर टेलीग्राम से धमकी भरा संदेश भेजा ताकि शक तहसीन पर जाए। हालांकि, इस बात की अभी पुष्टि नहीं हो पाई है लेकिन शक के आधार पर इस एंगल से जांच की जा रही है।
मरीन ड्राइव के 5-स्टार होटल में बुक किया था कमरा
NIA जांच में इस बात की जानकारी मिली है कि सचिन वाजे के लिए 100 दिनों के लिए मरीन ड्राइव में एक पांच सितारा होटल में कमरा बुक किया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक एक व्यापारी ने इस होटल में कमरा 100 दिनों के लिए 12 लाख रुपये में बुक किया था। वाजे कुछ विवाद में इस व्यवसायी की मदद कर रहा था और बदले में होटल बुक करवाया था। एनआईए का दावा है कि वजे ने कथित तौर पर इस नरीमन प्वाइंट पर स्थित होटल में कमरा एक जाली आधार कार्ड का इस्तेमाल करके बुक किया था। कमरा वजे के फर्जी नाम सुशांत सदाशिव खामकर के नाम पर बुक किया गया था।
एनआईए के अनुसार, 16 फरवरी को वजे एक इनोवा में इस होटल में गए और एक लैंड क्रूज़र में 20 फरवरी को बाहर गए। इन दोनों वाहनों को अब एनआईए ने जब्त कर लिया है। एंटीलिया और मनसुख हीरेन की हत्या के मामले में डीसीपी रैंक तक के 35 अधिकारियों से NIA द्वारा पूछताछ की जा चुकी है। माना जा रहा है कि जल्द ही एनआईए कई अन्य अधिकारियों को गिरफ्तार कर सकती है।