कुंडली के माध्यम से किसी भी व्यक्ति के भूत, भविष्य, ग्रहो की दशा और राजयोग के बारे में आसानी से पता लगाया जा सकता है | लेकिन क्या आप जानते है, किसी व्यक्ति के भाग्य में मौजूद राजयोग के बारे में पता लगाने का एक अन्य तरीका भी है |
दरअसल सामुद्रिक शास्त्र में शरीर की बनावट के आधार पर व्यक्ति के राजयोग के बारे मे पता लगाया जा सकता है | शरीर की बनावट के आधार पर भविष्य जानने की कला को सामुद्रिक शास्त्र कहा जाता है | आज हम आपको इसी से जुडी कुछ रोचक जानकारी देने जा रहे है |
- सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिन लोगो की छाती चौड़ी, नाक लम्बी और नाभि गहरी होती है | वे कम उम्र में ही सफलता पा लेते है, इन्हे धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है |
- जिन लोगो के पाँव के तलवे में अंकुश, कुंडल या चक्र होता है | वे अच्छे शासक, बड़े व्यापारी, राजनेता और बड़े अधिकारी बनते है |
- जिन महिलाओ के बांये हाथ की हथेली में तिल, ध्वजा, मछली, वीणा, चक्र या कमल की आकृति होती है, वे माँ लक्ष्मी का स्वरूप मानी जाती है | ये महिलाये घर को खुशियों से भर देती है |
- जिन लोगो की हथेली के बीचोबीच तिल होता है, उनका समाज में बड़ा मान सम्मान होता है | वहीँ जिन लोगो के तलवे में तिल, चन्द्रमा या चक्र का निशान होता है | उन्हें कई तरह के वाहनों का सुख मिलता है | साथ ही वे देशो की यात्रा करते है |
- जिन महिलाओं या पुरुषों के पैर में कमल, बाण, रथ या सिंहासन का निशान होता है, उन्हें जीवन भर भूमि-भवन जैसी सुख-सुविधाएं मिलती हैं |
- जिन पुरुषो की छाती पर अधिक बाल होते है, वे संतोषी प्रवृति के होते है | ये धनवान तो नहीं होते, लेकिन धन की कमी की वजह से इनका कोई काम रुकता नहीं है |
- ऐसे बहुत कम लोग होते है, जिनके हाथो की 6 अंगुलिया होती है | ऐसे लोग बेहद ही ईमानदार और मेहनती प्रवृत्ति के होते है | इसके अलावा जिन लोगो के माथे के दाहिने हिस्से और दाहिने गाल पर तिल होता है, उनकी आर्थिक स्थिति बेहद ही अच्छी होती है |
- जिस किसी के भी अंगूठे में यव का चिन्ह होता है, वह व्यक्ति धनवान होता है | वहीँ यदि अंगुलियों के पर्व लम्बे हो तो ये व्यक्ति के भाग्यशाली और दीर्घायु होने की निशानी होते है |
- जिन लोगो के हथेली में मकर, ध्वज या कोष्ठ जैसी आकृति होती है, ऐसे व्यक्ति महाधनी होते है | वहीँ जिनकी हथेली में चक्र, तलवार, फरसा, तोमर, शक्ति, धनुष या भाले जैसी आकृति होती है | वे लोग सेना और पुलिस में उच्च पद पर होते है |
- हाथ में देवमंदिर, बावली या त्रिकोण के निशान वाले लोग धर्मात्मा होते है | सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार अंगूठे के मूल में मोटी रेखा पुत्र की और सूक्ष्म रेखा पुत्री का प्रतिनिधित्व करती है | एक बात हमेशा ध्यान रखे, राजयोग बनाने वाले निशान पुरुषो के दांये हिस्से में और महिला के बांये हिस्से में होते है |