वाराणसी। धर्म, अध्यात्म और शिक्षा की नगरी काशी को शर्मसार करने वाली एक घटना प्रकाश मंे आयी है। वाराणसी के अस्सी स्थित श्री स्वामी शीतल दास अखाड़े के प्रबंधक पर आश्रम में रहने वाले बटुकों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इस आरोप के बाद जिला प्रशासन में हड़कम्प मच गया। बटुकों ने अखाड़े के प्रबंधक के कुकर्म की शिकायत भेलूपुर थाने में की है। बटुकों की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी प्रबन्धक को हिरासत में लिया है। बटुकों ने बताया कि अक्सर ही आश्रम के प्रबंधक रामशरण दास छात्रों से अश्लील बातें करते हैं। वह बच्चों के साथ यौन उत्पीड़न करने की कोशिश करते हैं। छात्र उनकी बातें नहीं मानते हैं तो उन्हें भूखा भी रखा जाता है। बटुकों को बार-बार प्रताड़ित करने की कोशिश की जाती है। बटुकों ने आरोप लगाया कि शुक्रवार की रात जब एक छात्र ने अखाड़े के प्रबंधक से खेलने का सामान मांगा तो प्रबन्धक उससे अश्लील बातें करने लगा। प्रबंधक की हरकत से सभी बटुक नाराज हो गये। जिसके बाद साथी बटुकों ने भी प्रबंधक की इस हरकत का विरोध किया। आश्रम में घंटों इस मामले में पंचायत हुई। उसके बाद बटुकों ने पुलिस से इस पूरे मामले की शिकायत की।
वाराणसी के इस श्री स्वामी शीतलदास अखाड़े के महंत और प्रबन्धक के ऊपर पहले भी बटुकों से यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया जा चुका है। बटुकों का कहना है कि उस समय प्रबंधक ने बटुकों से पैर पकड़कर माफी मांगी थी। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत कराया गया था। अखाड़े के प्रबंधक रामशरण दास ने बताया कि विद्यालय के शिक्षकों के दवाब में बटुक उनके आरोप लगा रहे हैं।
रामशरण दास की मानें तो आश्रम में जब बटुकों पर सख्ती की जाती है तो वो शिक्षकों के दबाव पर ऐसे आरोप लगाते हैं। भेलूपुर थानाध्यक्ष अमित मिश्रा ने बताया कि छात्रों की ओर से पहले भी इस तरह की शिकायत मिली थी। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। बटुकों को बेहतर और सुरक्षित परिवेश मिलेगा।