उत्तराखंड में भाजपा सरकार के चार साल के कार्यकाल के जश्न की तैयारी तेज हो गई है। सीएम कार्यालय से जारी आदेश के तहत स्थानीय विधायक कोआयोजन समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। मेयर, जिला पंचायत अध्यक्ष और दायित्वधारी उपाध्यक्ष होंगे। 18 मार्च के कार्यक्रम की थीम ‘बातें कम-काम ज्यादा’ रखी है। सीएम दफ्तर से अपर सचिव-सीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट की ओर से इस बारे में विधिवत आदेश जारी किए गए। हर विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र में जिम्मा संभालेंगे। सभी को 11 मार्च से ही जिम्मा संभालने को कहा गया है।
डोईवाला में मुख्य कार्यक्रम होगा: मुख्य कार्यक्रम डोईवाला विधानसभा में होगा। यहां से सीएम त्रिवेंद्र रावत सभी विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले कार्यक्रमों को ऑनलाइन तरीके से संबोधित करेंगे। इस दौरान कई विधानसभाओं में सांसद मुख्य अतिथि की भूमिका में रहेंगे। सभी दायित्वधारियों को भी इन आयोजनों की जिम्मेदारी दी गई है। निगम क्षेत्र में मेयर, पालिका क्षेत्र में पालिकाध्यक्ष, पंचायतों में जिला पंचायत अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष आयोजन समिति के उपाध्यक्ष रहेंगे।त्रिवेंद्र सरकार में नई परंपरा: सरकार ने कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी विधायकों को विधानसभावार बनाई गई समितियों में शामिल किया है। उन्हें भी आयोजन समिति अध्यक्ष बनाया गया है। जबकि, आमतौर पर ऐसा देखने को नहीं मिलता।
समन्वयक की भूमिका में रहेगी ‘टीम सीएम’
आयोजन समिति के समन्वयक की भूमिका में सीएम की टीम रहेगी। इस समिति में ओएसडी, मीडिया सलाहकार, कोऑर्डिनेटर, प्रोटोकॉल अफसर और जनसंपर्क अधिकारी तक शामिल हैं। ओएसडी धीरेंद्र पंवार दून, पीआरओ शैलेंद्र त्यागी हरिद्वार, वित्त सलाहकार आलोक भट्ट पौड़ी, मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट टिहरी, औद्योगिक सलाहकार केएस पंवार रुद्रप्रयाग, प्रोटोकॉल अफसर आनंद रावत उत्तरकाशी, आईटी सलाहकार रविंद्र पेटवाल चमोली, ओएसडी अभय रावत यूएसनगर, ऊर्बादत्त भट्ट नैनीताल, विनीत बिष्ट अल्मोड़ा, पीआरओ विजय बिष्ट बागेश्वर, मीडिया को-र्डिनेटर
दर्शन सिंह रावत चंपावत एवं ओएसडी जगदीश चंद्र खुल्बे को पिथौरागढ़ की जिम्मेदारी दी गई है।