माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन ज्ञान और स्वर की देवी मां सरस्वती की पूजा होती है। संगीत और शिक्षा से जुड़े लोग खासतौर पर इस दिन मां सरस्वती की उपासना करते हैं, इस दिन मां सरस्वती की पूजा और उपासना करने से बुद्धि तेज होती है और संगीत और बेहतर होता है। आज हम मां सरस्वती की ऐसी स्तुति के बारे में बताने वाले हैं जिसे करके वाणी दोष से मुक्ति पाई जा सकती है।
अगर किसी को बोलने में दिक्कत है या हकलाने या तुतलाने की समस्या से ग्रसित है तो मां सरस्वती के इस मंत्र का जाप करके वो इन परेशानियों से मुक्ति पा सकता है। आइए जानते हैं मां सरस्वती की यह स्तुति।
सरस्वतीं शारदां च कौमारीं ब्रह्मचारिणीम्
वाणीश्वरी बुद्धिदात्रीं भारतीं भुवनेश्वरीम्
चंद्रघण्टां मरालस्थां जगन्मातरमुत्तमाम्
वरदायिनी सदा वन्दे चतुर्वर्गफलप्रदाम्
द्वादशैतानी नामानि सततं ध्यानसंयुतः
यः पठेत् तस्य जिह्वाग्रे नूनं वसति शारदा
मां सरस्वती को वीणावादिनी भी कहते हैं और उन्हें स्वर की देवी कहा जाता है। इसलिए अगर आपकी वाणी या स्वर से जुड़ी कोई भी समस्या है तो मां सरस्वती की पूजा से वो दूर हो सकती है।