सोते समय हर व्यक्ति कोई न कोई सपना देखता है। कभी ये स्वप्न शुभ होते हैं तो कभी अशुभ होते हैं। स्वप्न शास्त्र के जरिए सपनों का अध्ययन किया जाता है साथ ही स्वप्न फल का विचार भी किया जाता है। इनमें कुछ सपने इतने बुरे होते हैं कि जैसे ही सपने आते हैं हमारी नींद खुल जाती है। अग्निपुराण में कहा गया है कि बुरे सपने देखने के कारण अगर किसी की नींद खुल जाए तो उसे तुरंत दोबारा सो जाना चाहिए। ऐसा इसलिए कहा गया है क्योंकि ऐसा करने से वह सपना दिमाग से निकल जाता है। आधी रात के सपने किसी को याद नहीं रहते और शांत मन के साथ व्यक्ति अपने दिन की शुरुआत कर सकते हैं।
स्वप्न शास्त्र के मुताबिक, ऐसा कहा जाता है कि मनुष्य को अच्छे या बुरे सपने उसके कर्मों के मुताबिक आते हैं। मगर ब्राह्मणों की सेवा सत्कार करने से मनुष्य को अपने कर्मों से छुटकारा मिल जाता है और उसका स्वप्न दोष भी खत्म हो जाता है। किसी योग्य ब्राह्मण को दान देने से बुरे सपनों की परेशानी से बचा जा सकता है।
शास्त्रों में कहा गया है कि अगर आपके घर पर वास्तु दोष होने की वजह से स्वप्न दोष होता है और रात में बुरे सपने आते हैं। असल में, घर के आस-पास रहने वाली नेगेटिव एनर्जी के कारण अशुभ सपने आते हैं। घर में सुख-शांति चाहते हैं तो नेगेटिव एनर्जी को घर से दूर रखना बहुत ही आवश्यक है। इसके लिए आपको घर के वास्तु को ठीक करना चाहिए और घर में पूजा हवन आदि करवाना चाहिए।
शास्त्रों में लिखा है कि जब आप बुरे स्वप्न देखे तो उसे तुरंत भूल जाये, साथ ही इस बारे में किसी से नहीं बताना चाहिए। जब आप किसी को बताएंगे तो बार-बार उसी बात के बारे में सोचते रहेंगे। जिसकी वजह से वो दिनभर तनाव में रहता है।
शास्त्रों में कहा गया है कि अगर आप नियमित रूप से सूर्य देव की आराधना करने से बुरे सपने नहीं आते हैं। रोजाना सूर्य देव को सूर्योदय के वक्त जल का अर्घ्य देने से बुरे सपने से छुटकारा मिल जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सूर्य देव को जल चढ़ाने पर जल की जो बूंदे मनुष्य के शरीर को स्पर्श करती है, वह मनुष्य के तन और मन को शुद्ध कर देती है हैं।