कई सालों से दुनिया के सबसे ईमानदार देशों की लिस्ट जारी हो रही है. लेकिन बहुत से देश अपने यहां से भ्रष्टाचार नहीं मिटा पा रहे हैं. भ्रष्टाचार के मामले में भारत दुनिया के 180 देशों में किस स्थान पर है. सबसे भ्रष्टाचारी और ईमानदार देशों की ये लिस्ट ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल ने जारी की है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना काल में सबसे ज्यादा ईमानदार पांच देश हैं- डेनमार्क, न्यूजीलैंड, फिनलैंड, सिंगापुर और स्वीडन. जबकि, सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार वाले देश हैं- वेनेजुएला, यमन, सीरिया, सोमालिया और दक्षिणी सूडान.
अगर भारत की बात करें तो भारत 180 देशों की सूची में भ्रष्टाचार के मामले में 86वें नंबर पर है. जबकि साल 2019 में यह 80वें स्थान पर था. इस रिपोर्ट में यह बात भी खुलकर सामने आई है कि जिन देशों में भ्रष्टाचार कम है, वहां पर कोरोना वायरस से अधिक कारगर तरीके से निपटा गया है.
ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट को बनाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के लोगों की राय ली जाती है. उनसे सबसे ईमानदार और सबसे भ्रष्टचारी देश की रैंकिंग कराई जाती है. ये रैंकिंग 0 से 100 अंक के आधार पर की जाती है. 0 अंक उस देश को मिलता है जहां पर सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार है. जबकि 100 अंक उसे जहां सबसे ज्यादा ईमानदारी है.
कोरोना से जूझने और उसे हराने में सबसे ज्यादा तारीफ अगर किसी देश की हुई है तो वह है न्यूजीलैंड. इस देश में करप्शन नहीं है. न्यूजीलैंड और डेनमार्क, ये दोनों ही देश 88 अंकों के साथ इस सूची में पहले स्थान पर हैं. जबकि, 85 अंकों के साथ फिनलैंड तीसरा सबसे ईमानदार देश है
ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट में दुनिया के सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार वाला देश है दक्षिणी सूडान और सोमालिया. इन दोनों को ही 12 अंक मिले हैं. दोनों देश 180 देशों की सूची में 179वें स्थान पर हैं.
26 देशों ने भ्रष्टाचार के मामले में अपनी स्थिति सुधारी है. इनमें ग्रीस सबसे आगे है. उसने ईमानदारी की ओर 14 स्थान की बढ़त ली है. म्यामांर ने 13 स्थान की बढ़त ली है. जबकि, इक्वाडोर ने 7 स्थान की बढ़त ली है. वहीं, 22 देश ऐसे हैं जिनके अंकों और स्थान में गिरावट आई है. बोस्निया-हर्जेगोविना और मलावी 7-7 रैंक नीचे गिरे हैं. जबकि लेबनान 5 रैंक नीचे गिरा है.