भारत में सभी धर्म समुदाय के लोग एकता, सद्भावना के साथ रहते हैं । इन सभी धर्मों के पवित्र पूजन स्थल भी यहां मौजूद हैं । विशेष तौर पर भारत में हिंदू धर्म से जुड़े कई प्राचीन मंदिर स्थित हैं, इनमें भी कुछ ऐसे हैं जो कि रहस्यों से भरे हुए हैं । जैसे राजस्थान का करणी माता मंदिर या फिर पुष्कर का ब्रह्मा मंदिर । लेकिन एक ऐसा मंदिर भी है जो दिन में एक से दो बार नजरों से ही ओझल हो जाता है, यानी गायब हो जाता है ।
स्तंभेश्वर महादेव मंदिर
ये मंदिर है भगवान शिव का मंदिर, स्तंभेश्वर महादेव का ये मंदिर कावी, गुजरात में स्थित है । आपको शायद ये जानकर हैरानी होगी लेकिन यह मंदिर पल भर के लिए ओझल हो जाता है, फिर थोड़ी देर बाद ही उसी जगह पर वापिस भी आ जाता है । दरअसल यह मंदिर अरब सागर के बिल्कुल सामने है, वडोदरा से 40 मील की दूरी पर स्थित इस मंदिर की खास बात यह है कि आप इस मंदिर की यात्रा तभी कर सकते हैं जब समुद्र में ज्वार कम हो । ज्वार के समय यहां सिथत शिवलिंग पूरी तरह से जलमग्न हो जाता है ।
ओम बन्ना मंदिर
एक अनोखा मंदिर जोधपुर, राजस्थान में भी है । ओम बन्ना का ये मंदिर अन्य सभी मंदिरों से बिल्कुल् ही अलग है, दरअसल यहां किसी भगवान की पूजा नहीं बल्कि एक मोटरसाइकिल और उसके साथ ही ओम सिंह राठौर की फोटो की पूजा होती है । मोटरसाइकिल के बारे में कहा जाता है कि इसी मोटरसाइकिल से 1991 में ओम सिंह का एक्सिडेंट हो गया था, एक्सिडेंट में ओम सिंह की तत्काल मौत हो गई । पुलिस मोटरसाइकिल को पुलिस थाने लेकर चली गई लेकिन दूसरे ही दिन मोटरसाइकिल वापस एक्सिडेंट वाली जगह पर पहुंच गई ।
शिव मंदिर
वाराणसी, उत्तर प्रदेश स्थित शिव मंदिर अपने आप में खास है, इस मंदिर का निर्माण किसी पहाड़ या समतल जगह पर नहीं किया गया है बल्कि यह मंदिर पानी पर बना है । दरअसल यह शिव मंदिर आंशिक रूप से नदी के जल में डूबा हुआ है । मंदिर के साथ ही सिंधिया घाट है, जिसे शिन्दे घाट भी कहते हैं । इस मंदिर में कोई आध्यात्मिक कार्य नहीं होते, इसे डूबने के कारण बंद कर दिया गया है ।