मंगोलिया के प्रधानमंत्री Khurelsukh Ukhnaa ने संसद को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. उन्होंने ये इस्तीफा सिर्फ इसलिए दिया है क्योंकि मंगोलिया में एक कोरोना पॉजिटिव महिला के साथ बदसलूकी की गई थी. इस महिला का वीडियो ट्रेंड होने लगा और इसके बाद मंगोलिया की राजधानी में जबरदस्त प्रदर्शन होने लगे थे. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक महिला अपने नवजात बच्चे को पकड़े हुए है और -25 डिग्री सेल्सियस की कड़कड़ाती ठंड में वो सिर्फ अस्पताल के कपड़ों और प्लास्टिक चप्पलों में है. कोरोना पॉजिटिव महिला को काफी निर्मम तरीके से अस्पताल ले जाया जा रहा था. इस वीडियो को देखकर लोगों का गुस्सा इसलिए भी फूटा क्योंकि मंगोलिया की परंपरा के अनुसार, महिलाओं को नवजात शिशुओं को जन्म के एक महीने तक ठंडे मौसम में नहीं निकलने दिया जाता है साथ ही उन्हें ठंडा खाना भी नहीं दिया जाता है.
वीडियो के वायरल होने के बाद करीब 5 हजार प्रदर्शनकारी मंगोलिया की राजधानी उलानबातर में जमा हो गए और उन्होंने सरकारी इमारतों के बाहर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. कई लोगों का ये भी कहना था कि मंगोलिया सरकार यंग लोगों को रोजगार देने में भी नाकाम रही है और कई लोगों में मंगोलिया की अर्थव्यवस्था को लेकर भी गुस्सा था. मंगोलिया के पीएम ने अपने इस्तीफे के साथ बयान में लिखा- मैं पब्लिक की डिमांड की इज्जत करते हुए और इस पूरे घटनाक्रम की जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा देता हूं. अभी उनका इस्तीफा संसद से मंजूर होना बाकी है. इन प्रोटेस्ट्स के बाद सीनियर हेल्थ अधिकारियों ने भी इस्तीफा दे दिया है. मंगोलिया के डिप्टी पीएम और हेल्थ मिनिस्टर भी इन प्रदर्शनों के बाद इस्तीफा दे चुके हैं.
गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस महामारी के शुरुआती दौर में मंगोलिया की काफी तारीफ की थी क्योंकि ये देश इस महामारी को काफी बेहतर तरीके से संभालने में कामयाब रहा था. हालांकि कुछ समय पहले रूस के एक कोरोना पॉजिटिव ड्राइवर के मंगोलिया में घुसने के बाद यहां एक बार फिर कोरोना मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली है. मंगोलिया में सिर्फ 30 लाख लोग रहते हैं और इस देश में कोरोना वायरस के 1584 केस सामने आ चुके हैं हालांकि इनमें से किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है.