शुभमन गिल, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई टेस्ट सीरीज में (India vs Australia) में बड़ा सितारा बनकर उभरे हैं. शुभमन गिल (Shubman Gill) ने सीरीज के चौथे व अंतिम टेस्ट में 91 रन की शानदार पारी खेली. 21 साल के गिल शतक के करीब आकर नर्वस नाइनटीज के शिकार हो गए, लेकिन तब तक टीम इंडिया दिन के आधे ओवर खेल चुकी थी. गिल ने ब्रिस्बेन टेस्ट की चौथी पारी में चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) के साथ दूसरे विकेट के लिए 114 रन की शानदार साझेदारी की.
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथा टेस्ट ब्रिस्बेन में खेला जा रहा है. दोनों टीमें सीरीज में एक-एक मैच जीत चुकी हैं. एक मैच ड्रॉ रहा है. यानी, जो टीम चौथा मैच जीतेगी, सीरीज उसके नाम हो जाएगी. इस अहम मैच को जीतने के लिए ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 328 रन का लक्ष्य दिया है.
भारत ने मैच के पांचवें दिन बिना विकेट खोए 4 रन से आगे खेलना शुरू किया. अनुभवी ओपनर रोहित शर्मा महज 7 बना सके. युवा ओपनर शुभमन गिल और चेतेश्वर पुजारा ने टीम को ना सिर्फ शुरुआती झटके से संभाला, बल्कि ऑस्ट्रेलिया को काफी हद तक दबाव में भी ला दिया. भारतीय टीम ने एक समय 48 ओवर में 1 विकेट पर 132 रन बना लिए थे. लेकिन तभी शुभमन गिल स्लिप पर कैच थमा बैठे.
शुभमन गिल ने 146 गेंद पर 91 रन की जोरदार पारी खेली. उन्होंने अपनी पारी में 8 चौके व 2 छक्के जमाए. गिल का स्ट्राइक रेट 62.33 रहा, जो टेस्ट मैच की चौथी पारी में बहुत बेहतरीन माना जाता है. वह भी तब जब कोई टीम आखिरी दिन बड़े स्कोर का पीछा कर रही हो.
शुभमन गिल ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत इसी सीरीज पर की है. उन्हें मेलबर्न में खेले गए सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में पहली बार खेलने का मौका मिला. गिल ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और लगातार अच्छी पारियां खेलीं.
शुभमन गिल ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीन टेस्ट मैच खेले. उन्होंने इन मैचों में क्रमश: 45, 31*, 50, 31, 7 और 91 रन की पारियां खेलीं. इसी प्रदर्शन की वजह से उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे का खोज भी कहा जा रहा है. गिल ने सीरीज में 51.80 की औसत से 259 रन बनाए.