यूपी के बदायूं जिले में गैंगरेप और हत्या के मामले में मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 50 हजार इनामी महंत सत्यनारायण को गुरुवार देर रात पुलिस ने दबोच लिया। पुलिस की कई टीमें उसे लगातार खोज रही थी मगर पता चला कि वह पहले उसी मंदिर के पास खेत में छुपा था जहां उसने ये घिनौना और हैवानियत भरा काम किया था। बाद में वो पड़ोस के गांव में जाकर छिप गया। पुलिस ने बताया की गांव वालों के सहयोग से आरोपी को पकड़ा गया है। इससे पहले ही पुलिस दो आरोपी जसपाल और वेदराम को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं आरोपी महंत से पुलिस हिरासत में उससे पूछताछ की जा रही है।
बता दें 3 जनवरी की रात आंगनबाड़ी सहायिका के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम देने के बाद से ही महंत फरार चल रहा रहा था। जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके साथ हुई हैवानियत का खुलासा हुआ तो सनसनी फ़ैल गई। प्रदेश सरकार ने आईजी रेंज राजेश पांडेय को बदायूं में कैंप कर आरोपी महंत की गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे। आईजी ने एसपी संकल्प शर्मा, एडिशनल एसपी और सीओ के साथ बैठक की। उन्होंने धर्म स्थल के आसपास से जुड़े लोगों से भी बातचीत की। जिसके बाद सर्च अभियान चलाया गया और गांव वालों ने महंत को खेत से पकड़कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। पुलिस हिरासत में आरोपी महंत सत्यनारायण से पूछताछ की जा रही है।
बताया जा रहा है कि आरोपी महंत सत्यनारायण घटना के बाद से आसपास के ही खेतों में छिपा रहा। उसके साथी उसे वहीं खाने पीने की चीजे पहुंचा रहे थे। आईजी रेंज, राजेश पांडेय ने बताया कि आरोपी महंत को उघैती में धर्म स्थल के करीब से ही गिरफ्तार किया गया है।
महिला की दुष्कर्म के बाद हत्या के केस में कर्तव्यहीनता के आरोप में तत्कालीन इंस्पेक्टर राघवेंद्र प्रताप सिंह खिलाफ धारा 166 ए के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया। बता दें गुरुवार को पीड़िता के घर राजनीतिक दलों की भीड़ लगी रही। एसटीएफ की टीम ने भी जांच-पड़ताल शुरू कर दी थी।