कोरोना महामारी के लड़ने के लिए आयी वैक्सीन का दावा फार्मास्यूटिकल कम्पनी के साथ देश भी करने लगे हैं। वैक्सीन निर्माता देश अपनी देश की वैक्सीन को सुरक्षित और कारगर बताने लगे हैं। कोरोना वायरस का खतरा लगातार दुनिया में बढ़ता जा रहा है। ब्रिटेन में नये मिले कोरोना के नए स्ट्रेन के बाद दुनियाभर में खलबली बढ़ गई है। इस नए स्ट्रेन को लेकर दुनियाभर में डर है और लोगों के मन में तमाम सवाल हैं। ऐसा भी पूछा जा रहा है कि ऐसा तो नहीं यह नई एक और महामारी आ गयी। इसी बीच वैक्सीन बनाने वाली अमेरिकी कंपनी मॉर्डना ने कहा है कि ब्रिटेन में पाए गए कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के खिलाफ उसकी वैक्सीन पूरी तरह प्रभावी है। माडर्ना एकलौती वैक्सीन निर्माता कम्पनी है जो अपनी वैक्सीन को नये स्ट्रेन के लिए भी सुरक्षित बताया है। मॉडर्ना समेत कई दवा कंपनियों ने कोरोना की वैक्सीन बनाई है जिसे अमेरिका में लोगों को दिया भी जा रहा है। वैक्सीनेषन के दौरान ही नया स्ट्रेन आ गया है। इस बीच ब्रिटेन में वायरस के नए स्ट्रेन से लोगों में डर और बढ़ गया है और लोगों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं। स्ट्रेन कितना खतरनाक है जो वैक्सीन आई है वह इसके खिलाफ कारगर है या नहीं?
मॉर्डना कंपनी ने कहा कि वह किसी भी स्ट्रेन के खिलाफ अपनी वैक्सीन के असर की पुष्टि करने के लिए टेस्टिंग करने की योजना बना रही है। कंपनी ने कहा है कि उसे उम्मीद है कि उसकी वैक्सीन जिसे हाल ही में अमेरिका में इमर्जेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिली है। पूरी तरह सुरक्षित है। ब्रिटेन में पाए गए कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के खिलाफ भी प्रोटेक्टिव होगा। अमेरिकी में काम करने वाली इस कंपनी ने कहा कि वह अपनी उम्मीद की पुष्टि करने के लिए आने वाले हफ्तों में वैक्सीन की अडिशनल टेस्टिंग करेगी।
मॉडर्ना का यह बयान ऐसे समय में आया है जब ब्रिटिश सरकार कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की वजह से कड़े प्रतिबंधों को लागू करने की योजना बना रही है। फाइजर की तरह मॉडर्ना की वैक्सीन को भी बेहद कम तापमान पर स्टोर करके रखना पड़ता है। इसके लिए कोल्ड चेन बनाया गया है। यह वैक्सीन 94 प्रतिशत तक असरदार पाई गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वैक्सीन नए स्ट्रेन पर काम कर सकेगी और ऐसे में डरने की जरूरत नहीं है।